क्या आपको भी मीठे से मुहब्बत है अगर हां तो शायद आप नहीं जानते हैं कि चीनी आपकी सेहत की असली दुश्मन है. ज्यादा चीनी खाना कई तरह की जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है. चीनी साइलेंट किलर की तरह काम करती है. इसकी ज्यादा मात्रा शरीर में जाने से वजन बढ़ने, डिप्रेशन, हार्ट डिजीज, स्किन खराब, डायबिटीज, कैंसर, याददाश्त कमजोर, किडनी की बीमारी, लीवर डिजीज, कैविटी और एनर्जी में कमी जैसी जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं.
चीनी के साइड इफेक्ट्स को लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रीशन और ICMR ने पहली बार सॉफ्ट ड्रिंक, जूस, कुकीज़, आइसक्रीम, सेरियल्स, पैकेज्ड फूड्स और ड्रिंक्स में शुगर की मात्रा तय करने की सिफारिश की है.
चीनी खाना कितना खतरनाक
ICMR ने 13 साल बाद खाने-पीने से जुड़े किसी निर्देश में बदलाव किया है. अब बाजार में बिकने वाले शुगर प्रोडक्ट्स की जांच FSSAI और अन्य खाद्य नियामक निकायों की जिम्मेदारी में आ गया है. सभी एजेंसियों ने चीनी से होने वाले खतरों पर चिंता जताई है. इसके ज्यादा सेवन से मोटापा, डायबिटीज और कैंसर तक हो सकता है. हार्वर्ड हेल्थ के मुताबिक, ज्यादा चीनी खाने से हार्ट डिजीज और ब्लड प्रेशर जैसीसमस्याएं भी हो सकती हैं. यहां तक की पुराना सूजन भी बढ़ सकता है.
बच्चों के खाने पीने वाली चीजों में ज्यादा चीनी
न सिर्फ भारतीय बल्कि विदेशी कंपनियों में भी बच्चों के खाने के लिए जो प्रोडक्ट्स बनाए जाते हैं. उनमें चीनी ज्यादा मिलती है. इसे लेकर कई रिपोर्ट भी आ चुकी है लेकिन अब तक कंपनियां इसका पालन गंभीरता से नहीं करती है. ज्यादातर ब्रांडेड फूड्स और ड्रिंक्स को अपने फॉर्मूलेशन में बदलाव करने की जरूरत है.
मांसपेशियों के प्रोटीन को प्रभावित करता है
चीनी के अधिक सेवन से ग्लूकोज 6-फॉस्फेट (G6P) में वृद्धि हो सकती है, जो मुख्य रूप से हार्ट की मसल्स के प्रोटीन में परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है, और इससे हृदय की विफलता हो सकती है.
चीनी से डायबिटीज और मोटापे का खतरा
आईसीएमआर ने 13 साल के लंबे अंतराल के बाद खाने-पीने से जुड़े दिशा-निर्देशों को संशोधित किया है। अब बाजार मी बिक रहे चीनी वाले खाद्य पदार्थों की जांच का जिम्मा FSSAI और अन्य खाद्य नियामक निकायों के दायरे में आ गया है। सभी एजेंसियों ने चीनी से होने वाले जोखिम पर भी चिंता जताई है। इसका अधिक सेवन डायबिटीज, मोटापा और कैंसर का कारण बनता है।
बच्चों की चीजों में चीनी का अधिक मात्रा
भारत और विदेशी कंपनियों द्वारा बच्चों के लिए बनाए जा रहे उत्पादों में चीनी की अधिक मात्रा देखने को मिलती है। इस बारे में कई रिपोर्ट तलब भी हुई है लेकिन कंपनियां गंभीरता से इसका पालन नहीं करती हैं। सरकार इन सिफारिशों को स्वीकार करने और लागू करने का फैसला करती है, तो अधिकांश ब्रांडेड खाद्य और पेय पदार्थों के ब्रांड को अपने फॉर्मूलेशन में बदलाव करने की जरूरत होगी।
चीनी से कैंसर का भी रिस्क
हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, चीना का अधिक सेवन डायबिटीज, हृदय रोग और कुछ कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है। इससे आपको ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और पुरानी सूजन बढ़ सकती है। इससे वजन बढ़ने का भी जोखिम होता है।
हर दिन कितनी चीनी खानी चाहिए
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन ने सलाह दी है कि पुरुषों को एक दिन में 150 कैलोरी यानी करीब 36 ग्राम से ज्यादा चीनी नहीं खानी चाहिए, जबकि महिलाओं के लिए यह मात्रा 100 कैलोरी यानी करीब 24 ग्राम है. इससे ज्यादा चीनी हानिकारक हो सकता है.
चीनी को हाथ नहीं लगाते ये एक्टर
जॉन अब्राहम और जैकलिन फर्नांडीस बॉलीवुड के दो ऐसे एक्टर हैं, जो चीनी को बिल्कुल भी हाथ नहीं लगाते हैं। जॉन अपनी शानदार फिटनेस के लिए जानते हैं और उन्होंने चीनी को सफेद जहर बताया है और लगभग 27 सालों से इसे हाथ नहीं लगाया।