पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) अब वहाँ के राजनेताओं को ठिकाने लगाने की योजना बना रहा है। आतंकी अपने टारगेट की लिस्ट भी बना रहे हैं जिसमें मरियम नवाज का नाम भी शामिल बताया जा रहा है। इस काम में TTP का साथ उसी गुट जमात-उल-अहरार (JUA) भी दे रहा है। वहाँ के राजनेताओं के अलावा आतंकियों के निशाने पर सशस्त्र बलों और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी हैं। इस बात का खुलासा शुक्रवार (19 मई 2023) को हुआ। पुलिस ने अब तक 14 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में इन संदिग्धों के रिश्ते इमरान खान की पार्टी से भी सामने आए हैं।
गिरफ्तार संदिग्धों से आगे की पूछताछ जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तहरीक-ए-तालिबान के निशाने पर पाकिस्तान में कानून-व्यवस्था लागू करने वाली तमाम एजेंसियाँ हैं। इसके लिए सेना के वाहन और पुलिस की चौकियों को भी निशाने पर लिया गया है। बताया ये भी जा रहा है कि TTP ने इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद 9 मई 2023 को हुए देशव्यापी दंगों में शामिल हुए लोगों की भी तारीफ की है। तब टीटीपी के टॉप कमांडर सरबकफ मोहमंद ने बिना पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का नाम लिए ही हिंसा में शामिल लोगों को खुला समर्थन दिया था।
The TTP commander appreciated the terrorism of May 9, and also praised the PTI, seeing the terrorism against the army, the TTP also planned to target important political and military figures including Rana Sanaullah and Maryam Nawaz Sharif, 2 terrorists entered Punjab. pic.twitter.com/ZqkYw9CEi7
— Jaishaal Santosh Bugti (@JaishaalBugti) May 19, 2023
कुछ जानकारों का यह भी मानना है कि अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए जमात-उल-अहरार (JUA) के 2 आतंकी अपने नेता रफीउल्लाह के फरमान पर पंजाब प्रांत में घुस भी चुके हैं। मरियम नवाज के साथ राना सनाउल्लाह को भी आतंकियों के निशाने पर बताया जा रहा है। इस खुलासे के बाद जहाँ इन नेताओं की सुरक्षा कड़ी की गई है तो वहीं पहले से अराजकता के शिकार पाकिस्तान में राजनैतिक और आर्थिक अस्थिरता के बढ़ने के आसार बताए जा रहे हैं। फ़िलहाल पुलिस गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक तहरीक ए तालिबान साल 2023 की शुरुआत से अब तक पाकिस्तानी सेना और पुलिस पर 2 दर्जन से ज्यादा हमले कर चुका है। ये हमले पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में हुए हैं जिसमें पेशवर, कराची और कंधारी बाजार जैसे स्थान शामिल हैं। इन हमलों में पुलिसकर्मियों सहित आम नागरिक भी मारे गए थे। इन सभी के अलावा पाकिस्तान में नेताओं को भी निशाना बनाया जा रहा है। जमात-ए-इस्लामी (जेआई) के अमीर सिराजुल हक कुछ ही समय पहले बलूचिस्तान के रास्ते में हुए एक आत्मघाती हमले में बाल-बाल बचे थे।