उत्तर प्रदेश लोकसभा की सभी 80 सीटों पर वोटिंग प्रक्रिया संपन्न होने का बाद आज वोटों की गिनती होगी. सुबह ठीक 8 बजे से सभी मतगणना केंद्रों पर वोटों की गिनती होगी. जिसे देखते हुए सभी मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने मतगणना के दौरान या उसके बाद किसी भी तरह की शांति भंग होने की आंशका जताई है और पुलिस विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.
डीजीपी ने आशंका जताई है कि 4 जून को मतगणना के दौरान बाद में उपद्रव या शांति भंग का प्रयास किए जाने की कोशिश की जा सकती है. जिसे देखते हुए प्रदेश के सभी पुलिस कमिश्नर, एसएसपी, एसपी को सीधे पत्र भेजकर अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है. डीजीपी के अर्जेंट सर्कुलर में कई गंभीर सावधानियां बरतने को जिला पुलिस को कहा गया है.
डीजीपी ने दिए अलर्ट रहने के निर्देश
पुलिस महानिदेशक की ओर से लिए गए पत्र में कहा गया है कि काउंटिंग को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच सोमवार सुबह से ही तनाव भरे बयान आए हैं. अलग अलग जिलों से भी कैंडिडेट्स ने धांधली की आशंका वाले बयान दिए गए हैं. ऐसे में काउंटिंग के समय परिस्थितियां खराब हो सकती है. डीजीपी ने निर्देश दिए हैं कि मतगणना स्थल के अंदर एजेंटों की संख्या और उनकी उपस्थिति को लेकर वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न होना संभावित है.
मतगणना प्रारंभ होने और मतगणना की प्रक्रिया के दौरान एजेंटों और मतगणना कर्मियों के बीच आपसी वाद-विवाद की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है, ऐसे में कानून व्यवस्था को प्रभावित करने को कोशिश उत्पन्न हो सकती है. वहीं जातिगत टिप्पणी और सांप्रदायिक टिप्पणी से टकराव की संभावना भी बनी रहती है. इससे इनकार नहीं किया जा सकता है. इन परिस्थितियों में सावधान रहने की जरुरत हैं.
डीजीपी ने निर्देश दिए हैं कि इन तमाम संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस को मतगणना के दौरान और उसके बाद सावधान रहने की जरुरत हैं. ऐसे में पुलिस प्रबंधन कर आवश्यक कार्रवाई की जाए ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न घटित हो सके.
विजय जुलूस की इजाजत नहीं
डीजीपी ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार मतगणना सीसीटीवी निगरानी में होगी. साथही उन्होंने कहा कि नतीजे आने के बाद विजय जुलूस की इजाजत नहीं दी जाएगी और अगर कोई निर्देशों का उल्लंघन करेगा तो कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य में सभी सात चरणों के दौरान कहीं से भी चुनाव संबंधी हिंसा की कोई जानकारी सामने नहीं आई है. डीजीपी ने बताया कि सभी जिलों में धारा 144 लागू है.
अर्धसैनिक बलों की तैनाती
डीजीपी ने बताया कि मतगणना के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है. उन्होंने कहा कि मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा का पहला स्तर मतगणना स्थल से 100 मीटर की दायरे में होगा, जहां स्थानीय पुलिस बल तैनात रहेगा, जबकि सुरक्षा का दूसरा मतगणना स्थल के गेट पर होगा और जहां राज्य पुलिस बल तैनात रहेगा. सुरक्षा का तीसरा स्तर मतगणना हॉल के लिए होगा जो अर्धसैनिक बलों की निगरानी में रहेगा.