राजस्थान में कोटा-बूंदी लोकसभा सीट पर 15 प्रत्याशी मैदान में थे. यहां 26 अप्रैल को वोटिंग हुई थी. कोटा RSS का गढ़ माना जाता है. भारतीय जनता पार्टी ने यहां लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चुनाव मैदान में उतारा, वहीं कांग्रेस से प्रह्लाद गुंजल चुनाव में उतरे. ओम बिरला 3 बार विधायक रहे हैं. दो बार सांसद बने.
#WATCH राजस्थान: कोटा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा नेता ओम बिरला को जीत का प्रमाण पत्र मिला। pic.twitter.com/Sn0KGwjnjY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2024
अब वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है. यहां एक बार फिर ओम बिरला ने 41974 वोटों से जीत दर्ज की है. ओम बिरला को 750496 वोट मिले हैं. वहीं प्रह्लाद गुंजल को 708522 वोट मिले, वहीं बसपा के धनराज यादव को महज 7575 वोट मिले. लोकसभा चुनाव में कोटा बूंदी सीट पर बीते दो बार से भाजपा का परचम रहा है. लगातार दो बार से भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला विजयी रहे हैं.
ओम बिरला ने 2019 में रामनारायण मीणा को 2 लाख 78 हजार वोट से हराया था. वहीं 2014 में कांग्रेस के इज्यराज सिंह को 1 लाख 98 हजार वोटों से पटखनी दी थी.
आजादी के बाद कोटा लोकसभा सीट पर हुए कुल 16 लोकसभा चुनावों (2014 तक) में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) 6 बार, कांग्रेस 4 बार और 3 बार भारतीय जनसंघ की जीत हुई है. वहीं 1 बार जनता पार्टी, 1 बार भारतीय लोकदल और 1 बार निर्दलीय का कब्जा रहा. 2009 के चुनाव में कोटा राजघराने के इज्यराज सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर पार्टी को जीत दिलाई.
कोटा लोकसभा सीट पर मीणा जाति के मतदाताओं का वोट निर्णायक माना जाता है. वहीं मीणाओं के राजनीतिक विरोधी गुर्जर भी कुछ इलाकों में प्रभावी हैं. इनके अलावा ब्राह्मण, अनुसूचित जाति और वैश्य मतदाताओं की भी अपनी अलग भूमिका है.
2019 का जनादेश
- बीजेपी के ओम बिरला को 8,00,051 वोट मिले (जीते)
- कांग्रेस के रामनारायण मीना को 5,20,374 वोट मिले
- बसपा के हरीश कुमार लहरी को 9,985 वोट मिले
2014 का जनादेश
- बीजेपी के ओम बिरला को 6,44,822 वोट मिले (जीते)
- कांग्रेस के इज्यराज सिंह को 4,44,040 वोट मिले
- आप के अशोक कुमार जैन को 16,981.