लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद एनडीए सरकार के शपथ ग्रहण की कवायद तेज हो गई है. शपथ ग्रहण की तारीख को लेकर नया अपडेट आया है. सूत्रों के मुताबिक, 8 जून की जगह अब 9 जून को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है. यानी नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम पद की शपथ 9 जून को ले सकते हैं. मंत्रिमंडल को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है. लोकसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत मिला है और तीसरी बार सत्ता बनाने जा रहा है. एनडीए ने 292 सीटों पर जीत दर्ज की और बहुमत हासिल किया है. विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने 234 सीटें हासिल की हैं. बीजेपी ने अकेले 240 सीटों पर जीत हासिल की है. ऐसे में वो बहुमत के आंकड़े (272) से काफी पीछे रह गई है. 2014 के चुनाव में बीजेपी ने मोदी की अगुआई में 282 और 2019 के चुनाव में 303 सीटें जीतकर अकेले दम पर बहुमत हासिल किया था. हालांकि, इस बार सहयोगी दलों को मिलाकर NDA बहुमत हासिल कर पाया है.
तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेते ही नरेंद्र मोदी के नाम एक नया रिकॉर्ड भी जुड़ जाएगा. वे देश के दूसरे ऐसे नेता बन जाएंगे, जो लगातार तीसरी बार चुनाव जीते और देश के पीएम बने. इससे पहले यह रिकॉर्ड जवाहर लाल नेहरू के नाम पर है. मोदी उनके रिकॉर्ड की बराबरी करेंगे.
PM Narendra Modi's swearing-in ceremony may take place on 9th June at 6 pm. It was earlier scheduled for 8th June, official confirmation on the final date is awaited: Sources
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— ANI (@ANI) June 6, 2024
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने नई सरकार के गठन को लेकर विचार-विमर्श किया. साथी दलों को एडजस्ट पर मंथन किया जा रहा है. संभव है कि एनडीए सांसद शुक्रवार को बैठक करेंगे और औपचारिक रूप से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुनेंगे. उसके बाद नई सरकार के शपथ ग्रहण की रूपरेखा बता दी जाएगी.
इस बार 5 दिन बाद शपथ ग्रहण समारोह
बता दें कि 2019 के नतीजों के 7 दिन बाद पीएम पद का शपथ ग्रहण समारोह समारोह आयोजित हुआ था. 2014 में जब एनडीए सरकार बनी थी तब 10 दिन बाद मोदी ने पीएम पद की शपथ ग्रहण की थी. इस बार नतीजे आने के बाद 5 दिन बाद यानी 9 जून को शपथ ग्रहण की तैयारी होने की खबर है.
मंत्रालयों को लेकर खींचतान शुरू
उधर, एनडीए के सहयोगियों ने साफ कर दिया है कि उनका पूरा समर्थन प्रधानमंत्री की अगुवाई में बनने जा रही एनडीए सरकार के साथ है, लेकिन ट्विस्ट भी है इसमें कि अब मंत्रालयों को लेकर खींचतान शुरू हो चुकी है. कल एनडीए की बैठक के बाद ही बीजेपी के सहयोगी दलों ने मंत्रीपद के लिए अपनी डिमांड रखनी शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक-टीडीपी ने अपनी मांग बीजेपी के सामने रख दी है. सूत्रों के मुताबिक- टीडीपी लोकसभा अध्यक्ष पद चाहती है. इसके साथ ही कई मलाईदार पद चाहती है. ग्रामीण विकास, शहरी विकास मंत्रालय पर भी नजर रखी जा रही है. शिक्षा स्वास्थ्य और सिंचाई विभाग की भी मांग की जा रही है. वित्त मंत्रालय में राज्यमंत्री के पद की भा चाह है. इसके साथ ही राज्य के लिए स्पेशल स्टेटस भी मांग रहे हैं.
बिहार में भी नई सरकार में अपनी भागीदारी को लेकर ये है मांग
बिहार में बेहतर प्रदर्शन के बाद जेडीयू की तरफ से भी नई सरकार में अपनी भागीदारी को लेकर मांग रखी जा रही है. सूत्रों के मुताबिक – जेडीयू की भी लोकसभा अध्यक्ष पद पर नजर है. जेडीयू की 2 कैबिनेट 1 राज्यमंत्री पद की मांग है. उनकी रेल,कृषि और वित्तमंत्रालय पर नजर है. रेल मंत्रालय प्राथमिकता है. इसके अलावा सरकार चलाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम होना चाहिए. बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा भी जेडीयू की प्राथमिकता है. नीतीश की अगुवाई में बिहार में अगला विधानसभा चुनाव होना चाहिए.