लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत मिलने के बाद दुनिया भर के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपतियों द्वारा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाइयां मिल रही है. लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद 75 से भी ज्यादा देशों के प्रधानमंत्री और नेताओं ने पीएम मोदी को जीत की बधाई दी. यही नहीं कई नेताओं ने तो उन्हें व्यक्तिगत रूप से फोन करके भी शुभकामनाएं दी.
इसी बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी सोशल मीडिया साइट एक पर पोस्ट लिखकर नरेंद्र मोदी को बधाई दी. जस्टिन ट्रूडो ने लिखा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनावी जीत की बधाइयां. कनाडा सरकार उनके साथ मिलकर राष्ट्र के लोगों के बीच मानवाधिकारों, विविधता और कानून के शासन पर आधारित संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए और काम करने के लिए तैयार है.
PM मोदी ने किया धन्यवाद
हालांकि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो का अंदाज हल्का नसीहत वाला लग रहा था, लेकिन इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका जवाब सोशल मीडिया साइट एक्स पर कुछ अलग अंदाज में दे दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा बधाई के संदेश के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री को धन्यवाद. भारत आपसी समझ और एक दूसरे की चिंताओं के प्रति सम्मान के आधार पर कनाडा के साथ काम करने के लिए तत्पर है.
Thank you @CanadianPM for the congratulatory message. India looks forward to working with Canada based on mutual understanding and respect for each others concerns. https://t.co/QQJFngoMyH
— Narendra Modi (@narendramodi) June 10, 2024
खालिस्तान का समर्थन करते है कनाडा के पीएम
गौर करने वाली बात यह है कि भारत और कनाडा के बीच संबंध थोड़े खटास भरे हो चुके हैं. कनाडाई पीएम खालिस्तान प्रेमी है और इसकी वजह से उनके और भारत के संबंध खराब हो चुके हैं. यही नहीं जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप भी भारत पर लगा दिया था. हालांकि भारत ने आरोपों को पूर्ण रूप से खारिज कर दिया था. भारत ने कहा था कि बिना किसी आधार के बेतुके आरोपों को भारत नहीं मानता. भारत का इससे कोई लेना-देना नहीं है
भारत-कनाडा संबंधों में बढ़ी असहजता
पिछले साल ट्रूडो के आरोपों के कुछ दिनों बाद भारत ने ओटावा से समानता सुनिश्चित करने के लिए देश में अपने राजनयिकों की संख्या कम करने को कहा था. कनाडा ने बाद में भारत से 41 राजनयिकों और उनके परिवार के सदस्यों को वापस बुला लिया था.
भारत द्वारा आतंकवादी घोषित किए गए निज्जर की पिछले साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या की जांच रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) कर रही है.