उज्जैन पुलिस ने मध्य प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी सट्टे की कार्रवाई करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सट्टा खेलने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया । मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई उज्जैन के दो स्थानों पर एक साथ की गई। उज्जैन के थाना नीलगंगा क्षेत्र स्थित सी 19 ड्रीम्स कॉलोनी के अलावा थाना खाराकुआं क्षेत्र के मुसद्दीपुरा में पुलिस की यह कार्रवाई हुई। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि T20 वर्ल्ड कप क्रिकेट को लेकर बड़े पैमाने पर सट्टा चल रहा है। पुलिस ने पहले दोनों जगहों की रेकी कीऔर फिर देर रात दबिश दी ।
#WATCH | Ujjain, Madhya Pradesh: Santosh Kumar Singh IG, says, "…Yesterday, during raids those accused of online gaming were arrested and foreign currencies were also seized. Apart from this, 14 crore 60 lakh were also seized. Several electronic gadgets like mobile phones,… https://t.co/DtSVsAeBN1 pic.twitter.com/TriSkTWo5h
— ANI (@ANI) June 14, 2024
14 करोड़ 98 लाख रुपए नगद बरामद
पुलिस ने जब दबिश तो इन जगहों से 14 करोड़ 98 लाख रुपए नगद, विदेशी मुद्रा, 41 मोबाइल, 19 लैपटॉप, 5 मैक मिनी, 1 आईपैड, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सिम, दो पेन ड्राइव, तीन मेमोरी कार्ड सहित अन्य संचार उपकरण, क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड बरामद हुए है । इस मामले में कुल 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है। गिरफ्तार आरोपी तीन राज्यों के बताए जा रहे हैं। जिसमें पंजाब का लुधियाना, मध्य प्रदेश का नीमच और उज्जैन राजस्थान का निंबाहेड़ा शामिल है।
#WATCH | Madhya Pradesh: Ujjain police raided a house & seized Rs 14 crore 60 lakh in cash and seized 7 kg silver and foreign currency of 7 countries. Police raided the second hideout of the bookies and arrested 9 people. They seized more than 10 mobiles and 7 laptops. The main… pic.twitter.com/tmhnpUVLuK
— ANI (@ANI) June 14, 2024
अंतर्राष्ट्रीय गिरोह चला रहा था सट्टे का नेटवर्क
उज्जैन पुलिस कंट्रोल रूम पर मामले का खुलासा करते हुए आईजी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि सट्टे का नेटवर्क चलाने वाला अंतर्राष्ट्रीय गिरोह है। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि मुख्य सरगना पीयूष चोपड़ा है, जो कि फरार है । उसके परिजनों को भी हिरासत में लिया गया है। इसके अलावा 9 अन्य लोग हैं जिन्हें हिरासत में लिया गया है।
पुलिस कर रही पूछताछ
पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह इलेक्ट्रॉनिक तौर पर क्रिकेट के सट्टे का नेटवर्क संचालित करता था। इस गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल है। कौन-कौन मदद करता था उनकी भी पड़ताल की जा रही है। सट्टे के तार अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैले हुए हैं। हाईटेक एप्लीकेशन एवं हाईटेक डिवाइस का भी उपयोग किया जा रहा था। जब्त 14 करोड़ 98 लख रुपए को मशीनों के द्वारा देर रात से सुबह तक गिना गया।