दिल्ली में पानी की किल्लत एक बड़ी समस्या बनी हुई है. दिल्ली सरकार लगातार दावा कर रही है कि हरियाणा सरकार यमुना में तय सीमा से कम पानी छोड़ रही है, जिसके चलते दिल्ली में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पूरा पानी की नहीं पहुंच पा रहा है. नौबत ये आ गई है कि दिल्ली के कई इलाकों में पानी नहीं है. दिल्ली सरकार के मुताबिक, दिल्ली में रोजाना 1005 MGD पानी की आवश्यकता होती है. पानी की कमी के चलते 17 जून को केवल 917 MGD पानी का ही उत्पादन हुआ यानी जरूरत से 85 MGD कम.
सोमवार को दिल्ली की जल मंत्री आतिशी वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर जायजा लेने पहुंचीं. इस दौरान जल मंत्री आतिशी ने कहा कि हम यमुना नदी के सामने खड़े हैं और यहां पर पानी बिल्कुल भी नहीं आ रहा है. तीनों वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी के प्रोडक्शन की समस्या हो रही है. हम हरियाणा सरकार से अपील करेंगे कि दिल्ली के लोग बहुत परेशान हैं और हरियाणा सरकार यमुना नदी में पानी छोड़े. दिल्ली में पानी का प्रोडक्शन यमुना नदी के पानी से होता है. पानी का एक हिस्सा यहां वजीराबाद बैराज में आता है तो दूसरा हिस्सा मुनक नहर से बवाना कांटेक्ट पॉइंट पर आता है.
जल मंत्री आतिशी ने क्या कहा?
जल मंत्री आतिशी ने आगे कहा कि एक तरफ मुनक नहर से पानी कम आ रहा है तो दूसरी तरफ वजीराबाद बैराज में बिल्कुल भी पानी नहीं है. इस समय में वजीराबाद बैराज में यमुना नदी का जल स्तर 674.5 फीट होता था, जो 668 फीट तक गिर गया है. पानी की प्रोडक्शन कम होगी तो सप्लाई कम होगी, जिससे लोग परेशान होंगे.
6 फीट तक घट गया यमुना का जल स्तर
वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के पास यमुना का जल स्तर चेक किया तो पाया कि यमुना का जल स्तर सामान्य से छह फीट तक नीचे आ गया है. यमुना में जहां पानी का स्तर सामान्य तौर पर 674.5 फीट होना चाहिए, फिलहाल 668.3 फीट तक आ गया है. हालात ऐसे हैं कि महज दो फीट का कुत्ता भी पैदल ही यमुना नदी पार कर जा रहा है.
पानी की किल्लत पर APP और BJP आमने-सामने
दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी आमने-सामने है. पिछली दो दिनों से लगातार बीजेपी दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है तो वहीं आम आदमी पार्टी का आरोप है कि बीजेपी दिल्ली के लोगों के साथ साजिश कर हरियाणा में पानी रोक रही है. दिल्ली में भी सप्लाई बाधित करने के लिए पाइप लाइन को डैमेज किया गया और रविवार को छतरपुर इलाके में दिल्ली जल बोर्ड के दफ्तर में तोड़फोड़ की गई.