अहमदाबाद में ऐतिहासिक रथ यात्रा 7 जुलाई को आयोजित होने जा रही है रथ यात्रा से पहले यात्रा के 18 किलोमीटर के पूरे रूट को सीसीटीवी कैमरो से लैस कर दिया गया है। रथ यात्रा के दिन एक हेलीकॉप्टर और 10 ड्रोन से पुरी यात्रा का हवाई पेट्रोलिंग किया जाएगा। रथ यात्रा का रूट संवेदनशील होने के कारण पुलिस की तरफ से यह सारी तैयारियां की जा रही है।
अहमदाबाद में पारंपरिक रथ यात्रा 7 जुलाई को निकलेगी। इस रथ यात्रा में सांप्रदायिक सुलह बनी रहे इसके लिए पुलिस ने डेढ़ महीने पहले से ही सारी तैयारियां शुरू कर दी थी। रथ यात्रा का 18 किलोमीटर का रूट संवेदनशील माना जाता है। रूट पर संवेदनशील माने जा रहे विस्तारों में कई बार दंगाई तत्वों द्वारा दंगे किए जाते थे और पुलिस को दंगाई तत्वों को पहचानने में परेशानी होती थी। क्योंकि इन संवेदनशील विस्तार में कोई सीसीटीवी नहीं थे। लेकिन अब सीसीटीवी के जरिए रथयात्रा के दौरान दंगाइ तत्वों को गिरफ्तार किया जा सकेगा। पुलिस ने पूरे रूट पर 4000 सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं जो लगातार दंगाइयों पर नजर रखेंगे।
रूट पर स्थायी रूप से कैमरे लगेंगे
सीसीटीवी कैमरे लगाने से पहले पुलिस ने रूट पर आने वाले सभी दुकान, मकान और व्यापारी एवं स्थानीय रहिशो के साथ बैठके भी की। यह बैठक करने की वजह यह थी कि रूट पर स्थायी रूप से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने थे। स्थानीय रहिशो को विश्वास में लेने के बाद अब पुलिस ने 1500 सीसी टीवी कैमरे स्थाई रूप से लगा दिए हैं। बाकी के 1200 सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम आने वाले सप्ताह तक पूरा कर दिया जाएगा।
शाहपुर-दरियापुर में सबसे ज्यादा 263 सीसीटीवी कैमरे
रथ यात्रा के 18 किलोमीटर के रूट पर शाहपुर और दरियापुर सबसे ज्यादा संवेदनशील विस्तार है। जिसके चलते शाहपुर में 121 और दरियापुर में 142 सीसीटीवी लगा दिए गए हैं। इन दोनों विस्तार में सबसे ज्यादा 263 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। उसके अलावा खाडिया में 102, गायकवाड हवेली में 23, शहर कोटडा में 9 और कालूपुर में 10 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
25000 पुलिस की रहेगी तैनाती
रथ यात्रा शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हो इसके लिए यात्रा में 25000 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी तैनात रहेंगे। जिसमें पुलिस के साथ SRP और RAF के जवान भी होंगे। रथ यात्रा के लिए बाहर से आने वाले 15000 पुलिस कर्मचारियों को उनके तैनाती पॉइंट का लोकेशन ढूंढने में परेशानी ना हो इसलिए तमाम पुलिस कर्मचारियों को उनके मोबाइल फोन में क्यूआर कोड भेजा जाएगा।
600 बॉडी वॉर्न कैमरा का भी प्रावधान
रथ यात्रा के दौरान ट्रैफिक पुलिस के जवानों के लिए 600 बॉडी वॉर्न कैमरों का प्रावधान किया गया है। शहर के हर छोटे-मोटे चौराहे पर तैनात ट्रैफिक पुलिस के जवानों को यह बॉडी वॉर्न कैमरा लगाने के लिए दिया जाएगा।
हेलीकॉप्टर और ड्रोन से रखी जाएगी नजर
रथ यात्रा के दौरान पूरे रूट पर हेलीकॉप्टर से हवाई पेट्रोलिंग भी किया जाएगा। उसके लिए पुलिस ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। आने वाले दिनों में पुलिस के उच्च अधिकारी हेलीकॉप्टर से रथ यात्रा के पूरे रूट का ब्यौरा भी करेंगे। पूरे रूट पर 10 ड्रोन की मदद से भी हवाई पेट्रोलिंग किया जाएगा।
हवाई पेट्रोलिंग क्यों है जरूरी
संवेदनशील रुट पर पहले भी रथयात्रा के दौरान पथराव समेत की घटनाएं हो चुकी है। जिसके चलते इस बार रथ यात्रा शांतिपूर्ण रुप से संपन्न हो इसके लिए ड्रोन के जरिये लोगो के टेरेस पर छिपाए गए पत्थर, हथियार या अन्य चीजों को देख पाना यही मुख्य उद्देश्य है। जिसके लिए 10 ड्रोन दिनभर रथ यात्रा रुट पर हवाई पेट्रोलिंग करेंगे।