युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के वरिष्ठ नेता ने चुनाव के बाद अपना नाम बदल लिया है। दरअसल, YSRCP नेता ने राज्य में हुए विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने जनसेना प्रमुख पवन कल्याण को हाने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि अगर वो ऐसा नहीं कर सके तो अपना नाम बदल लेंगे। उन्होंने कहा कि किसी ने मुझे अपना नाम बदलने के लिए मजबूर नहीं किया। मैंने अपनी इच्छा से इसे बदला। हालांकि उन्होंने जनसेना प्रमुख के प्रशंसकों द्वारा उनसे कथित तौर पर दुर्व्यवहार किये जाने की शिकायत की।
आधिकारिक रूप से बदला अपना नाम
बता दें कि YSRCP नेता मुद्रगदा पदमनाभम ने आधिकारिक रूप से अपना नाम बदलकर ‘पदमनाभा रेड्डी’ कर लिया। दरअसल, YSRCP नेता ने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान जनसेना प्रमुख पवन कल्याण को हराने और ऐसा करने में विफल रहने पर अपना नाम बदलने का वादा किया था। पीथापुरम विधानसभा क्षेत्र में पवन कल्याण की जीत के बाद 70 वर्षीय रेड्डी ने अपना नाम बदल लिया है। चुनावों से पहले YSRCP नेता ने पवन कल्याण को हराने की चुनौती दी थी।
किसी ने नहीं किया मजबूर
पदमनाभा रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि ”किसी ने मुझे अपना नाम बदलने के लिए मजबूर नहीं किया। मैंने अपनी इच्छा से इसे बदला।” उन्होंने हालांकि जनसेना प्रमुख के प्रशंसकों द्वारा उनसे कथित तौर पर दुर्व्यवहार किये जाने की शिकायत की। रेड्डी ने कहा कि ”जो युवा आपसे (कल्याण से) प्यार करते हैं, वे लगातार मुझे अपशब्द कह रहे हैं। मेरे हिसाब से यह सही नहीं है। गाली देने के बजाय एक काम करो, हमें (परिवार के सभी सदस्यों को) खत्म कर दो।” कापू समुदाय के एक प्रमुख नेता और सरकार में पूर्व मंत्री रेड्डी ने कापू आरक्षण के लिए अभियान चलाया है। चुनाव से कुछ महीने पहले ही रेड्डी वाईएसआरसीपी में शामिल हुए थे।
कल्याण समर्थकों पर अपशब्द कहने का आरोप