प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आपातकाल पर कांग्रेस पर हमला बोला. देश में आज ही के दिन 1975 में आपातकाल लगा था. आज इसके 50 साल पूरे हो गए. इस मौके पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन उन सभी महान पुरुषों और महिलाओं को श्रद्धांजलि देने का दिन है, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया. उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के काले दिन हमें याद दिलाती है कि कैसे कांग्रेस पार्टी ने बुनियादी स्वतंत्रता को नष्ट कर दिया और भारत के संविधान को कुचल दिया, जिसका हर भारतीय बहुत सम्मान करता है.
पीएम मोदी ने कहा कि जिस मानसिकता के कारण आपातकाल लगाया गया वह आज भी उसी पार्टी (कांग्रेस) में जीवित है, जिसने इसे लगाया था. वे संविधान के प्रति अपने तिरस्कार को छिपाते हैं लेकिन भारत के लोगों ने उनकी हरकतों को देख लिया है और इसीलिए उन्होंने उन्हें बार-बार खारिज कर दिया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने आपातकाल लगाया, उन्हें हमारे संविधान के प्रति अपना प्यार जताने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने अनगिनत मौकों पर अनुच्छेद 356 को लागू किया, प्रेस की स्वतंत्रता को नष्ट करने के लिए विधेयक लाया, संघवाद को नष्ट किया और संविधान के हर पहलू का उल्लंघन किया.
Today is a day to pay homage to all those great men and women who resisted the Emergency.
The #DarkDaysOfEmergency remind us of how the Congress Party subverted basic freedoms and trampled over the Constitution of India which every Indian respects greatly.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 25, 2024
लोकतंत्र के इतिहास का काला अध्याय है आपातकाल- राजनाथ
वहीं, राजनाथ सिंह ने कहा कि आज के ठीक 49 साल पहले भारत में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल लगाया गया था. आपातकाल हमारे देश के लोकतंत्र के इतिहास का वह काला अध्याय है, जिसे चाह कर भी भुलाया नहीं जा सकता. सत्ता के दुरुपयोग, और तानाशाही का जिस तरह खुला खेल उस दौरान खेला गया, वह कई राजनीतिक दलों की लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता पर बहुत बड़ा सवालिया निशान खड़ा करता है.
उन्होंने कहा कि अगर आज इस देश में लोकतंत्र जीवित है तो उसका श्रेय उन लोगो को जाता है, जिन्होंने लोकतंत्र की बहाली के संघर्ष किया, जेल गए और न जाने कितनी शारीरिक और मानसिक यातना से उन्हें गुजरना पड़ा. भारत की आने वाली पीढ़ियां उनके संघर्ष और लोकतंत्र की रक्षा में उनके योगदान को याद रखेंगी.
आज के ठीक 49 साल पहले भारत में तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आपातकाल लगाया गया था। आपातकाल हमारे देश के लोकतंत्र के इतिहास का वह काला अध्याय है जिसे चाह कर भी भुलाया नहीं जा सकता। सत्ता के दुरुपयोग, और तानाशाही का जिस तरह खुला खेल उस दौरान खेला गया, वह कई राजनीतिक दलों की…
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 25, 2024
कांग्रेस ने लोकतंत्र के स्तंभों को हिला दिया- जे पी नड्डा
June 25, 1975- this is the day the Congress Party's politically driven decision to impose a state of emergency shook the very pillars of our democracy and tried to trample over the Constitution given by Dr. Ambedkar.
During this period, those who today claim to be guardians of…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 25, 2024
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि जो लोग आज भारतीय लोकतंत्र के संरक्षक होने का दावा करते हैं, उन्होंने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए उठाई गई आवाजों को दबाने का कोई मौका नहीं छोड़ा।
भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नड्डा ने कहा कि आपातकाल लागू करने के कांग्रेस के राजनीतिक रूप से प्रेरित फैसले ने लोकतंत्र के स्तंभों को हिला दिया क्योंकि उसने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को रौंदने की कोशिश की थी।
उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान, उन लोगों ने संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए उठाई गई आवाजों को दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जो आज भारतीय लोकतंत्र के संरक्षक होने का दावा करते हैं। मुझे गर्व है कि हमारी पार्टी उस परंपरा से संबद्ध है जिसने आपातकाल का जी-जान से विरोध किया और लोकतंत्र की रक्षा के लिए काम किया।
लोकतंत्र की हत्या करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है- अमित शाह
देश में लोकतंत्र की हत्या और उस पर बार-बार आघात करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है। साल 1975 में आज के ही दिन कांग्रेस के द्वारा लगाया गया आपातकाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
अहंकार में डूबी, निरंकुश कांग्रेस सरकार ने एक परिवार के सत्ता सुख के लिए 21 महीनों तक देश में सभी… pic.twitter.com/puZbzdGdzp
— Amit Shah (@AmitShah) June 25, 2024
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘देश में लोकतंत्र की हत्या और उस पर बार-बार आघात करने का कांग्रेस का लंबा इतिहास रहा है। साल 1975 में आज के ही दिन कांग्रेस द्वारा लगाया गया आपातकाल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।’
उन्होंने कहा कि अहंकार में डूबी, निरंकुश कांग्रेस सरकार ने एक परिवार के सत्ता सुख के लिए 21 महीनों तक देश में सभी प्रकार के नागरिक अधिकार निलंबित कर दिए थे, मीडिया पर सेंसरशिप लगा दी थी, संविधान में बदलाव किए और न्यायालय तक के हाथ बांध दिए थे।
उन्होंने कहा, ‘आपातकाल के खिलाफ संसद से सड़क तक आंदोलन करने वाले असंख्य सत्याग्रहियों, समाजसेवियों, श्रमिकों, किसानों, युवाओं व महिलाओं के संघर्ष को नमन करता हूं।’
कांग्रेस ने लोकतंत्र का गला घोंटा- सीएम योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इंदिरा गांधी की सरकार ने रात के अंधेरे में लोकतंत्र को नष्ट कर दिया था. इसका विरोध करने वाले नेताओं को सलाखों के पीछे डाल दिया गया. कांग्रेस के चेहरे जरूर बदले हैं लेकिन उनका चरित्र आज भी वही है. कांग्रेस ने 1975 में संविधान की आत्मा को नष्ट किया. कांग्रेस ने लोकतंत्र का गला घोंटा.
#WATCH | On 50 years of Emergency, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says "They (Congress) tried to destroy the soul of the Constitution by amending the Preamble. Congress completely restricted the fundamental rights of the citizens of the country. Congress party kept the rights… pic.twitter.com/Jq7dmsPSce
— ANI (@ANI) June 25, 2024
भारत की नई पीढ़ी ये कभी नहीं भूलेगी
पीएम मोदी ने कल यानी सोमवार को भी आपातकाल पर कांग्रेस पर हमला बोला था. 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के शुरू होने से पहले मोदी ने कहा था कि 25 जून की तारीख न भूलने वाली है. 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 साल हो रहे हैं. भारत की नई पीढ़ी ये कभी नहीं भूलेगी की संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था. भारत को जेलखाना बना दिया गया था. लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था. 1975 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी के कहने पर तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने इसका ऐलान किया था.