आइसलैंड के प्रधानमंत्री बजरनी बेनेडिक्टसन ने भारत के मशहूर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रवि शंकर का रेक्जाविक में शानदार स्वागत किया। 24 जून को रेक्जाविक में हुई द्विपक्षीय बैठक में दोनो ने लोगों के व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण के लिए मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर चर्चा की। यूरोप में शांति, मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता और सामाजिक समृद्धि के लिए व्यक्तिगत कल्याण को केंद्र में रखने के महत्व पर भी बल दिया गया।
श्री श्री रवि शंकर ने आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था के बारे में दी जानकारी
श्री श्री रवि शंकर ने आइसलैंड के प्रधानमंत्री को आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था के सेवाकार्यों के बारे में बताया। जो प्राचीन ध्यान पद्धतियों और श्वास तकनीकों का उपयोग करके लोगों को तनाव और चिंता से छुटकारा पाने में मदद करती है। साथ ही यह समग्र शारीरिक और मानसिक कल्याण को भी बढ़ावा देती है। गुरुदेव ने यह भी बताया कि कैसे आर्ट ऑफ़ लिविंग संस्था, डेनमार्क में कैदियों और गिरोह के सदस्यों को ‘ब्रीद स्मार्ट’ कार्यक्रम के साथ पुनर्वासित कर रही है ताकि अपराधियों में हिंसा और नशीली दवाओं की लत को समाप्त किया जा सके। साथ ही आंतरिक शांति और एक-दूसरे के प्रति देखभाल की भावना को बढ़ावा दिया जा सके।
आइसलैंड का दौरा भी किया
बैठक के दौरान आर्ट ऑफ़ लिविंग के संस्थापक ने जलवायु परिवर्तन से निपटने में आइसलैंड के योगदान के लिए प्रधानमंत्री बेनेडिक्टसन की भी जमकर सराहना की। आइसलैंड का लगभग 100% बिजली उत्पादन नवीकरणीय स्रोतों से आता है। गुरुदेव ने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के कई कार्यक्रम में बैठक और संबोधन के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका में सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने से पूर्व आइसलैंड का दौरा भी किया। श्री श्री रवि शंकर ने आइसलैंड के बाद अमेरिका के लिए रवाना हो गए। वह वहां पर कई कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे।