लोकसभा में हिंदू मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भाषण पर विवाद छिड़ गया है। राहुल गांधी ने सोमवार को बीजेपी पर देश में हिंसा, नफरत और डर फैलाने का आरोप लगाया, जिसपर केंद्र सरकार के मंत्री और भाजपा के नेताओं ने राहुल गांधी से माफी की मांग की है। इसी बीच, भाजपा नेता नूपुर शर्मा ने भी इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि जो धर्म का विनाश करता है, धर्म उसका विनाश कर देता है।
नूपुर शर्मा ने राहुल गांधी के बयान पर क्या कहा?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर नुपुर शर्मा ने एक पोस्ट कर कहा, “हिंसक हिंदू नहीं बल्कि वो हैं जो हिंदुओं के नरसंहार की बात करते हैं। धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत् ॥ अर्थात- जो स्वधर्म (हिंदू) विमुख होकर धर्म का विनाश कर देता है, उस का विनाश धर्म कर देता है। जो धर्म की रक्षा करता है, धर्म उसकी रक्षा करता है।”
नूपुर शर्मा ने अपने पोस्ट में राहुल गांधी का नाम नहीं लिया है। शर्मा के इस पोस्ट पर उनके समर्थकों ने जमकर राहुल गांधी के खिलाफ भड़ास निकाली है।
हिंसक हिंदू नहीं बल्कि वो हैं जो हिंदुओं के नरसंहार की बात करते हैं।
धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत् ॥
अर्थात- जो स्वधर्म (हिंदू) विमुख होकर धर्म का विनाश कर देता है, उस का विनाश धर्म कर देता है। जो धर्म की रक्षा करता है,…
— Nupur Sharma (@NupurSharmaBJP) July 1, 2024
राहुल गांधी के किस बयान पर हो रहा बवाल?
सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हिंदू कभी हिंसा नहीं कर सकता, कभी नफरत और डर नहीं फैला सकता। ये लोग हिंदू नहीं हैं, क्योंकि 24 घंटे हिंसा की बात करते हैं। नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं हैं। भाजपा पूरा हिंदू समाज नहीं है। आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है। ये ठेका भारतीय जनता पार्टी का नहीं है।
राहुल ने आगे कहा, “आप हिंदू हैं ही नहीं। हिंदू धर्म में साफ लिखा है सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए, सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए। ये इसलिए चिल्ला रहे हैं, क्योंकि तीर दिल में जाकर लगा है।”
राहुल गांधी के बयान पर भाजपा का आरोप है कि उन्होंने हिंदुओं को हिंसक बताया है, जबकि कांग्रेस और विपक्ष की ओर से सफाई दी जा रही है कि उनका आरोप भाजपा पर था। खुद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री अमित शाह ने भी संसद में आपत्ति जाहिर की थी।