हाथरस भगदड़ के दो दिन बाद यूपी पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर कई अहम जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि भगदड़ में एक 121 लोगों की मौत हुई है जिनमें से 112 महिलाएं हैं। सभी मृतकों की पहचान कर ली गई है और उनके पोस्टमार्टम भी किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धारा-105, 110, 126(2), 223 और 238 के अंतर्गत मामला दर्ज़ किया गया है। आईजी ने कहा कि इस मामले में चार पुरुषों और दो महिलाओं सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वे सभी आयोजन समिति के सदस्य हैं और ‘सेवादार’ के रूप में काम करते हैं। ये सभी लोग घटनास्थल से भाग गए थे।
मुख्य आरोपी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित
आईजी शलथ माथुर ने बताया कि मुख्य आरोपी प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा रहा है। जल्द ही उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया जाएगा। हम इसकी भी जांच करेंगे कि क्या यह घटना किसी साजिश के तहत हुई है। उन्होंने बताया कि सेवादारों की भूमिका की जांच की जा रही है।
#WATCH | On Hathras stampede incident, Aligarh IG Shalabh Mathur says, "…Six people including four men and two women have been arrested in the incident. They all are members of the organising committee and worked as 'Sevadars'." pic.twitter.com/D6clXl03Cq
— ANI (@ANI) July 4, 2024
‘भोले बाबा’ की क्रिमिनल हिस्ट्री निकाल रही है पुलिस
हाथरस भगदड़ की घटना पर अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने कहा कि प्रवचनकर्ता बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि ‘भोले बाबा’ के आपराधिक इतिहास के बारे में हम जानकारी ले रहे हैं। उनके नाम पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई थी।
#WATCH | On Hathras stampede incident, Aligarh IG Shalabh Mathur says, "We are inquiring about 'Bhole Baba's' criminal history. Permission for the event was not taken in his name. " pic.twitter.com/5mvGjDLeCY
— ANI (@ANI) July 4, 2024
FIR में अभी तक बाबा का नाम नहीं
आईजी ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो नारायण साकार उर्फ भोले बाबा से पूछताछ की जाएगी। FIR के अंदर उनका (नारायण साकार उर्फ भोले बाबा) नाम नहीं है। ज़िम्मेदारी आयोजक की होती है। आयोजक का नाम FIR में है। आयोजक पर 1 लाख रुपए का ईनाम भी घोषित किया गया है। उनके साथ जो सेवादार थे, जिन्होंने भीड़ को रोकने की कोशिश की। जो वहां से भाग गए। जिन्होंने पुलिस के साथ सहयोग नहीं किया। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।