रूसी सेना में भारतीय नागरिकों को भर्ती किए जाने को लेकर रूसी दूतावास ने कहा है कि इस मुद्दे पर दोनों देशों का रूख एक समान है। नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास के अधिकारी रोमन बाबुश्किन ने बुधवार को कहा कि रूस इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान खोजने के लिए समान रूप से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, ‘हमारा रुख इस समस्या पर भारत के समान है। यह हमारी संयुक्त समस्या है। हमारे पास जानकारी है कि इन लोगों को उन एजेंटों द्वारा धोखा दिया गया था, जो आपराधिक गतिविधियों में शामिल थे और उन्हें अवैध चैनलों के माध्यम से लाया था।’
#WATCH | CORRECTION | On Indian nationals seeking discharge from Russian Army after they were misled into service, Roman Babushkin, Charge D'Affaires, Russian Embassy in India says, "We are on the same page as India on this problem. It is our* common problem…We have information… pic.twitter.com/wjJQwzi5gp
— ANI (@ANI) July 10, 2024
एजेंटों की जांच जारी: रूसी दूतावास
उन्होंने कहा कि उन एजेंटों की जांच जारी है, जो भारतीय नागरिकों की भर्ती में शामिल थे। रूसी सेना से छुट्टी मांगने वाले भारतीय नागरिकों की स्थिति पर दूत ने कहा, ‘हमने भारतीय पक्ष के साथ बातचीत शुरू की है और भारतीय सरकार के साथ समन्वय बनाए रखा है। हम इस समस्या का समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
#CORRECTION | On Indian nationals seeking discharge from Russian Army after they were misled into service, Roman Babushkin, Charge D'Affaires, Russian Embassy in India says, "We are on the same page as India on this problem. It is our* common problem…We have information that… pic.twitter.com/PQiG3r2YjI
— ANI (@ANI) July 10, 2024
रोमन ने कहा कि कुछ भारतीय नागरिकों को धोखा दिया गया है। हालांकि, कुछ स्वेच्छा से पैसा कमाने के लिए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘हम ऐसा नहीं चाहते हैं और हम उन एजेंटों की जांच कर रहे हैं, जिन्होंने उन्हें भर्ती किया और धोखा दिया। रूस के एजेंट भी जांच के दायरे में हैं। रूस में सभी भारतीय नागरिक विजिटर या व्यावसायिक वीजा पर हैं और हमारे पास भारतीय या अन्य विदेशी नागरिक लोगों की सेना में भर्ती के लिए कोई तंत्र नहीं है।’