बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार लगातार जारी है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हिंदुओं पर ताजा हमला हुआ है, जिसमें 60 लोग घायल हो गए हैं। ये हमला ढाका की मीरांजिला कॉलेनी में हुआ। जहाँ हिंदुओं के घरों को तोड़ दिया गया और मंदिर को भी निशाना बनाया गया।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार (10 जुलाई 2024) को दोपहर करीब 1.30 बजे मजिस्ट्रेट मुहम्मद मोनिरुज्जमाँ ने हिंदू अल्पसंख्यकों के पुनर्वास के लिए ढाका में बनाई गई मीरांजिला कॉलोनी का दौरा किया। इस कदम का स्थानीय पार्षद मुहम्मद औवाल हुसैन और उनके समर्थकों ने विरोध किया और हिंदुओं पर हमला बोल दिया। जमकर पत्थरबाजी हुई और घरों में इस्लामिक कट्टरपंथियों ने हमले कर उन्हें तहस-नहस कर दिया। इस दौरान मंदिर को भी निशाना बनाया गया। इस्लामिक कट्टरपंथियों के हमले में कम से कम 60 हिंदू घायल हो गए, जिन्हें ढाका मेडिकल कॉलेज और आसपास के अस्पताल में ले जाया गया है।
Hindu persecution continues in #Bangladesh.
Islamists attacked Hindu minorities in Miranjilla Colony of #Dhaka today around 1.30PM. stones and bricks were pelted towards Hindus. Many injured.
The attack was led by local Awami League leader Muhammad Auwal Hossain. pic.twitter.com/pSMqinUO4J
— Hindu Voice (@HinduVoice_in) July 10, 2024
जानकारी के मुताबिक, ढाका साउथ सिटी कॉरपोरेशन मीरांजिला कॉलोनी इलाके की देखरेख करता है। यहाँ एक माह पहले स्थानीय लोगों को बाहर निकालने का फैसला लिया गया था और कई घरों को तोड़ा गया था, लेकिन देश में इसका विरोध और प्रदर्शनों को देखते हुए प्रशासन ने घरों को खाली कराने का अभियान बंद कर दिया था। इस दौरान सिटी कॉरपोरेशन ने उन लोगों की मदद का फैसला किया, जिनके घरों को तोड़ा गया था और उन्हें मीरांजिला कॉलोनी से निकाला गया था। इन लोगों में अधिकाँश हिंदू थे। यही वजह रही कि विपक्षी दल आवामी लीग के नेता और इस्लामिक कट्टरपंथी इस बात से नाराज हो गए कि हिंदुओं को फिर से क्यों इस जगह पर बसाया जा रहा है।
बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले आम हो चुके हैं। इस साल की शुरुआत में 7 जनवरी को बांग्लादेश के चुनाव के बाद बहुत सारे हिंदुओं को अपने घर छोड़ने पड़े थे। उनके घरों को आग के हवाले कर दिया गया था और घरों को लूट लिया गया। बांग्लादेश में इस तरह के हमले फरीदपुर, सिराजगंज, बागेरहाट, झेनाइदाह, पिरोजपुर, कुश्तिया, मदारीपुर, लालमोनिरहाट, दाउदकांडी, ठाकुरगांव, मुंशीगंज और गैबांधा समेत कई जगहों पर हुए।