अगली 27 जुलाई तक हजारों शिव भक्त कांवड़िए पंचक खत्म होने का इंतजार करते हुए गंगा नगरी में डेरा डाले हुए है। घाटों के किनारे, धर्मशालाओं में, आखाड़ा परिसर और आश्रमों में भगवाधारी युवकों का जमावड़ा है और वे कांवड़ सामग्री लेने और फिर उसे सजाने में लगे है।
हरिद्वार पंडा समाज के प्रतिनिधि अविक्षित रमन बताते है कि 23 जुलाई से 27 जुलाई भोर तक पंचक रहने वाली है ये काल अशुभ माना जाता है और इस मान्यता को मानने वाले शिव भक्त कांवड़िए ,इस काल में कांवड़ में जल नहीं भरेंगे, जिन्होंने आज से पहले जल भर कर रख लिया वो तो अपने अपने शिवालयों की तरफ बढ़ जाएंगे, जिन्होंने जल नहीं भरा वो पंचक खत्म होने का इंतजार करेंगे।
हरिद्वार में लाखों शिव भक्तों का आना जारी है, पिछली बार चार करोड़ से अधिक कांवड़िए यहां गंगा जल लेने पहुंचे थे। सावन के माह में प्रत्येक सोमवार को शिवालयों में गंगा जलाभिषेक किए जाने की आस्था है। उधर पुलिस प्रशासन ने कांवड़ मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है, डीजीपी अभिनव कुमार ने स्वयं हरिद्वार आकार कांवड़ सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की।
हरिद्वार से यूपी तक दुकानदारों पर नाम दर्शाने का निर्देश सुप्रीम कोर्ट के स्टे की वजह से स्थगित कर दिया है। हालांकि, रूट पर हिंदू दुकानदारों ने अपनी पहचान दर्शाने में अपने यहां भगवा ध्वज और सनातन के प्रतीक चिन्ह लगाए है। और जगह जगह भंडारे की भी व्यवस्था कर रखी है, कांवड़ियों को निशुल्क फल, चाय दूध पानी की व्यवस्था की गई है। उत्तराखंड सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में नाम दर्शाने के मुद्दे पर अपना पक्ष रखने की तैयारी पूरी कर ली है।