यूपी विधानसभा सत्र के पहले ही दिन सदन में जोरदार हंगामा हो गया. सपा विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए. उनके हाथों में पोस्टर आदि हैं. स्पीकर उन्हें शांत रहने के लिए कहते रहे लेकिन विधायकों ने हंगामा बंद नहीं किया. माना जा रहा है कि मानसून सत्र हंगामेदार रहेगा. विपक्ष ने सूखा, बाढ़, बिजली कटौती और किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. वहीं, सरकार एक दर्जन से ज्यादा अध्यादेश पारित कराएगी.
बता दें कि यूपी विधानसभा का मानसून सत्र आज शुरू हो गया है. ये सत्र 29 जुलाई से 2 अगस्त तक चलेगा. सत्र में कई अध्यादेश और अधिसूचनाओं को सदन के पटल पर रखा जाएगा. विधानसभा सत्र की शुरुआत पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘प्रदेश ने फरवरी में अपना बजट पारित किया था, मानसून सत्र में पहली अनुपूरक मांग सत्र में पेश की जाएगी. यूपी देश की उभरती अर्थव्यवस्था की राह पर आगे बढ़ रहा है. मैं सभी जनप्रतिनिधियों से सदन के सुचारू संचालन में अपना योगदान देने का आग्रह करता हूं. सरकार जनता के सभी मुद्दों के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार सत्र में उठाए गए सभी मुद्दों के प्रति जवाबदेह होगी.’
#WATCH | Lucknow: On the first day of the Uttar Pradesh Assembly session, Samawadi Party (SP) MLAs enter the well and protest over electricity, flood and law and order issues. pic.twitter.com/ntR7Btq3ut
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 29, 2024
हालांकि, जैसे ही सदन शुरू हुआ सीएम योगी की अपील बेअसर साबित हुई. पहले ही दिन समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने बिजली, बाढ़ और कानून व्यवस्था के मुद्दों को लेकर सदन में आकर विरोध प्रदर्शन किया. वे नारेबाजी करते हुए पोस्टर लेकर वेल तक पहुंच गए. स्पीकर सतीश महाना उनसे शांति बनाए रखने की अपील करते नजर आए.
वहीं, विपक्ष के नेता और सपा विधायक माता प्रसाद पांडे ने कहा कि उत्तर प्रदेश इस समय बहुत गंभीर मुद्दों का सामना कर रहा है. बाढ़, कानून व्यवस्था की समस्या और भ्रष्टाचार सबके सामने है. जिसपर स्पीकर सतीश महाना ने कहा कि हम इन सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे. आप विपक्ष के नेता हैं, आपको नोटिस देने का अधिकार है. सरकार जवाब देने के लिए तैयार है.
सीएम योगी ने की सकारात्मक सहयोगी की अपील
मानसून सत्र शुरू होने से पहले सीएम योगी ने कहा कि आज से उत्तर प्रदेश विधानमंडल का सत्र प्रारंभ हो रहा है ये मानसून सत्र है। हम सब जानते हैं कि उत्तर प्रदेश ने फरवरी में ही अपना बजट पेश कर दिया था। मानसून सत्र में प्रदेश की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए पहला अनुपूरक मांग इस सदन में प्रस्तुत होगा। प्रदेश आज देश की सबसे बड़ी उभरती हुई अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हुआ है और यही कारण है कि यूपी ने पिछले 7 वर्ष में पीएम मोदी के नेतृत्व में जिन ऊंचाईयों का प्राप्त किया वह अविस्मरणीय है। सदन की कार्रवाई सुचारू रूप से चले और इसमें सभी का योगदान मिल सके इसके लिए मैं सभी जनप्रतिविधियों का आह्वान करूंगा। सभी विपक्षी से कहूंगा कि वे जिन मुद्दों को लेकर सदन का ध्यान अपनी ओर करना चाहेंगे। प्रदेश की जनता से जुड़ी हुई समस्या का हल करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार जवाब देगी। सदन की कार्रवाई अच्छे से चल सके इसके लिए मैं सबसे अपील करूंगा कि वे सभी सकारात्मक सहयोग दें।”