पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की मनु भाकर ने कमाल का प्रदर्शन किया है। उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया है और पेरिस में तिरंगा लहरा दिया है। वह शूटिंग में भारत के लिए ओलंपिक मेडल जीतने वाली भारतीय महिला निशानेबाज हैं। पेरिस ओलंपिक 2024 में भी भारत का ये पहला पदक है।
मनु भाकर ने किया इतना स्कोर
10 मीटर एयर पिस्टल में मेडल के लिए 8 महिला शूटर मैदान में थीं। मनु ने तीसरा स्थान हासिल किया और पदक जीत लिया। मनु ने कुल 221.7 का स्कोर किया। उन्होंने पहले स्टेज में 50.4 का स्कोर किया और फिर दूसरे स्टेज में उनका स्कोर 101.7 तक पहुंच गया। पहले दो स्थानों पर कोरियाई प्लेयर्स का कब्जा रहा। साउथ कोरिया की ओह ये जिन ने 243.2 का स्कोर किया। वह पहले नंबर पर रही और गोल्ड मेडल जीता। दूसरे नंबर पर किम येजी थीं, जिनका स्कोर 241.3 रहा।
𝐌𝐚𝐧𝐮 𝐁𝐡𝐚𝐤𝐞𝐫 𝐜𝐫𝐞𝐚𝐭𝐞𝐬 𝐇𝐈𝐒𝐓𝐎𝐑𝐘 🔥🔥🔥
She wins 1st medal for India in Paris and its a Bronze.
She becomes 1st ever female Indian Shooter to win an Olympic medal. #PARIS2024 #Paris2024withIAS pic.twitter.com/C4X7iTfLjn
— India_AllSports (@India_AllSports) July 28, 2024
मनु भाकर टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने की बड़ी दावेदार थीं। तब उनकी पिस्टल खराब हो गई थी और वह पदक नहीं जीत पाईं थी। लेकिन टोक्यो की कमी को उन्होंने पेरिस में पूरा कर दिया है और पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। उनसे पहले ओलंपिक में कोई भी भारतीय महिला शूटर पदक नहीं जीत पाई थी। अब ये कीर्तिमान उन्होंने अपने नाम कर लिया है।
At 18, she missed out on qualifying for Final of 2 Individual events in Tokyo.
Despite the turmoil, she never gave up. Her resilience led to a stunning comeback, winning 🥉 in Paris
What an incredible story! 🌟
So proud of you, girl ❤️ #Paris2024#Paris2024withIAS pic.twitter.com/Jgq8KJz8bW
— India_AllSports (@India_AllSports) July 28, 2024
क्वालीफिकेशन राउंड में किया था दमदार प्रदर्शन
क्वालिफिकेशन राउंड में कुल 6 सीरीज का मौका सभी निशानेबाजों को मिला जिसमें आखिर में टॉप-8 में रहने वालीं खिलाड़ियों ने अपनी जगह मेडल इवेंट के लिए पक्की की। इसमें 22 साल की मनु भाकर ने पहली सीरीज में 100 में 97 अंक हासिल किए। इसके बाद 97 दूसरी सीरीज में जबकि तीन सीरीज खत्म होने के बाद मनु के 300 में 292 अंक थे। मनु ने आखिरी तीन सीरीज में लगातार 96 अंक हासिल किए और फाइनल के लिए अपनी जगह को पक्का किया था।