बारिश और भूस्खलन के कारण देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी नुकसान हुआ है। केरल के वायनाड में मंगलवार (30 जुलाई, 2024) को हुए भूस्खलन में मौतों का आँकड़ा 250 के पार पहुँच गया है। वहीं बुधवार को भी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में बारिश से कई लोगों की मौत हुई है। देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर पानी में डूब गई है। वहीं हिमाचल प्रदेश में भी बादल फटने के कारण नुकसान की सूचना है।
वायनाड में 250 पार मौतें, 1000 बचाए
केरल के वायनाड में भूस्खलन के कारण हुई मौतों का आँकड़ा 250 पार कर गया जबकि लगभग 240 लोग अब भी लापता हैं। सेना, वायुसेना और NDRF समेत बाकी राहत बचाव दल 1000 से अधिक लोगों को इस भूस्खलन से निकाल लाए हैं। राहत बचाव का काम लगातार चल रहा है। 200 लोग घायल हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 8000 से अधिक लोगों को सुरक्षित इलाके में ले जाया गया है और वह राहत शिविरों में रह रहे हैं।
वायनाड हादसे में सबसे अधिक नुकसान चूरलमला और मुनदाक्कई गाँवों को हुआ है। यहाँ बनी सारी इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। इन्हीं गाँवों से सबसे अधिक मौते भी दर्ज हुई हैं। केरल सरकार ने वायनाड में आपातकालीन यात्रा के अलावा बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी गुरुवार (1 अगस्त, 2024) को वायनाड के दौरे पर जा रहे हैं। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि वायनाड के लिए पहले ही चेतावनी भेजी गई थी लेकिन उसे नजरअंदाज किया गया।
हिमाचल में भी बारिश का प्रलय
तेज बारिश और बादल फटने के कारण हिमाचल प्रदेश में भी भारी नुकसान हुआ है। बुधवार को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मंडी जिलों में बादल फट गए। इस कारण कई इमारतें जमींदोज हो गई जबकि कई जगह सड़क भी टूट गई। 19 लोगों के लापता होने की भी सूचना है। यह सभी कुल्लू में एक बिजली संयंत्र के लिए काम कर रहे थे। कुल्लू में लगभग 20 मकानों के जमींदोज होने की खबर है। कई जगहों पर नदियों में अत्यधिक पानी आ गया है।
वहीं हिमाचल के ही मंडी जिले में भी बादल फटने से नुकसान हुआ है। यहाँ भी 2 लोगों की मौत की सूचना है। मंडी में बादल फटने के कारण 1 मौत भी हुई है। यहाँ पर बादल फटने से तीन घर भी बह गए हैं। कई जगहों पर राहत बचाव के लिए पहुँचने वाले रास्ते भी कट गए हैं। अब राहत बचाव के लिए वायु सेना से भी सम्पर्क किया जा रहा है।
दिल्ली में फिर बुरा हाल
बुधवार को हुई बारिश ने एक बार फिर दिल्ली लचर पानी निकासी व्यवस्था को उजागर कर दिया। दिल्ली के करोल बाग़, राजेन्द्र नगर और गाजीपुर समेत कई इलाकों में काफी पानी भर गया। इस कारण यातायात ठप हो गया। दिल्ली में तीन मकानों के गिरने की भी सूचना है। इसके अलावा गाजीपुर इलाके में एक माँ और बेटा एक नाले में गिर गए, इस कारण उनकी मौत हो गई। दिल्ली लक्ष्मी नगर, गणेश नगर और अन्य कई इलाकों में गलियों में भी पानी भरने की सूचना है।
24 जुलाई, 2024 को दिल्ली की एक कोचिंग में पानी भरने के कारण 3 छात्रों की मौत हुई थी। इसके बाद भी उस इलाके का हाल नहीं बदला। AAP सरकार के दिल्ली की जल निकासी व्यवस्था दुरुस्त करने के सभी दावे फेल हो गए। भारी बारिश के कारण गुरुवार को दिल्ली के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।