गुजरात के राजकोट में पूजा मंडप बनाने वाले हिन्दू परिवार पर 4 मुस्लिम हमलावर हो गए। हिन्दू परिवार को घेर कर मुस्लिमों ने हमला किया जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल है। मामले में पुलिस ने FIR दर्ज करके 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना राजकोट बी डिवीजन पुलिस स्टेशन के अंतर्गत भगवतीपारा स्ट्रीट नंबर 9 में रविवार (4 अगस्त, 2024) को हुई। यहाँ रहने वाले जगदीशभाई वाघेला मंडप बनाने का काम करते हैं। उनका बड़ा बेटा मिहिर और छोटा बेटा आशीष फास्ट फूड बेचते हैं।
इस घटना की रिपोर्ट मिहिर ने दर्ज करवाई है। मिहिर की गई शिकायत के अनुसार, वह और उनका भाई अपनी खाने की दुकान पर मौजूद थे, इसी दौरान उनकी माँ यहाँ दौड़ती हुई आईं और उन्हें घर बुलाया। दोनों जब घर पहुँचे तो उनके पिता ने बताया कि वह जब दशम व्रत के लिए मंडप लगाने गए थे, तो आशाबापीर दरगाह के पास सिकंदर सहित अन्य लोगों से उनकी बहस हो गई। मिहिर अपनी पिता से बात कर ही रहे थे और इसी दौरान हमलावर उनके घर पर पहुँच गए।
शिकायत के मुताबिक, उनके घर आए हमलावरों ने मारपीट चालू कर दी। इसके बाद उनके भाई आशीष को पेट में चाकू मार दिया गया। हमले के कारण आशीष की हालत गंभीर बनी हुई है, उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। परिवार के बाकी सदस्यों को भी चोट आई है। इस मामले में राजकोट बी डिवीजन पुलिस थाने में केस दर्ज किया गया है।
घेर कर मारा, फिर घोंप दिया चाकू
इस मामले में अधिक जानकारी पाने के लिए पीड़ित परिवार के मिहिर वाघेला से संपर्क किया। बात करते हुए मिहिर ने बताया, “मैं और मेरा भाई अपनी दुकान पर थे , तभी मेरी माँ हमें बुलाने के लिए दौड़ती हुई आईं। जब हमने जाकर पूछताछ की, तो मेरे पिता ने हमें बताया कि वह एक व्यक्ति के साथ आसबापीर की दरगाह के पास रहने वाले एक हिंदू परिवार के दशामाता व्रत के लिए मंडप लगाने के लिए जा रहे थे। तभी रास्ते में सिकंदर, अफ़ज़ल, दरेद और समीर नाम के मुस्लिम युवकों ने हमें रोक लिया।”
मिहिर ने आगे बताया, ”उन्होंने मेरे पिता को सड़क पर रोक कर कहा कि हमारी गली मत छोड़ो। मेरे पिता और उनके साथ के लोग वहाँ से लौट आये थे। हम खड़े होकर बात कर रहे थे तभी चारों भाई सिकंदर, अफजल, दरेद और समीर धारदार हथियार लेकर आ गए। इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते, उन्होंने हमें पीटना शुरू कर दिया जब मेरे माता-पिता हमें बचाने के लिए बीच में आए, तो उन्हें भी पीटा गया।”
मिहिर ने बताया, ”इसी बीच सिकंदर और दरेद ने मेरे छोटे भाई को पकड़ लिया और अफजल ने अपने पास रखा चाकू मेरे भाई के पेट में घोंप दिया। वह लोग कह रहे थे कि यह हिंदू लड़के हैं, हिंदू हैं, उन्हें मारना ही है तो घायल कर दो। ऐसी चोट लगे कि गिर पड़े। मेरा भाई इसके बाद लहूलुहान हो गया। उसके पेट से खून निकल रहा था। तभी आसपास के लोग आ गए और चारों हमलावर भाग निकले। चूंकि मेरे भाई की हालत अभी गंभीर है, इसलिए हमने उसे तुरंत इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया।” मिहिर ने बताया कि हमलावर हत्या करने आए थे।
परिवार की हर मदद की जाएगी- विश्व हिंदू परिषद
इस घटना को लेकर स्थानीय हिंदू समाज और संगठनों में भी गुस्सा है। इस मामले में विश्व हिंदू परिषद के राजकोट जिला मंत्री आशीष सेठ ने बताया, ”परिवार पहले भगवतीपारा थाने में शिकायत दर्ज कराने गए थे। वहाँ PSI शेख ने हल्की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इसलिए परिवार में असंतोष था। बाद में जब वह बी डिवीजन पुलिस स्टेशन गए तो मामले को लेकर सही से सुनवाई हुई।”
उन्होंने आगे बताया, ”विश्व हिंदू परिषद ने परिवार से इस मामले में संपर्क किया है और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। जहाँ भी जरूरत होगी, परिषद समेत सभी हिंदू संगठन उनके साथ रहेंगे। हमने पुलिस से भी बात की है और उनसे नियमानुसार सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।”
चार आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई शुरू
शिकायत दर्ज होने के चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने चारों भाइयों सिकंदर राउमा, अफजल राउमा, दरेद उर्फ डालियो राउमा और समीर राउमा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 118(2), 115(2), 352 और 54NS और GPA की धारा 135 के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस से सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं हो सकी। आगे की जानकारी मिलते ही खबर अपडेट कर दी जाएगी।