गुजरात के जूनागढ़ अस्पताल में डॉक्टरों पर हमले की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि वहाँ यूनुस नाम के मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन पर हमला किया। इस घटना में दो डॉक्टर और उनके स्टाफ घायल हो गए। जब अस्पताल के अन्य कर्मचारियों को इस तरह हमले की सूचना मिली तो वो घटना के विरोध में हड़ताल पर चले गए, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुँचकर उन्हें आश्वासन दिया कि वो आरोपितों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। इसके बाद 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई और 5 लोगों को राउंडअप किया गया। वहीं डॉक्टरों ने भी अपनी हड़ताल वापस ले ली।
अस्पताल में डॉक्टरों पर हमला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जूनागढ़ सिविल अस्पताल में 15-16 अगस्त की रात एक मरीज को सीने में दर्द की शिकायत पर भर्ती कराया गया था। मरीज का नाम यूनुस था। डॉक्टरों ने उसकी स्थिति देखते हुए उसे जरूरी इलाज दिया, लेकिन बाद में उसे आईसीयू में भर्ती करना पड़ा और फिर वो वेंटिलेटर पर चला गया। बाद में उसकी मौत हो गई। इसी दौरान यूनुस के घरवालों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया और फिर उनपर हमला कर दिया। घटना में डॉक्टर समेत नर्सिंग स्टाफ गंभीर रूप से घायल हो गए।
पुलिस को जैसे ही इस मामले की सूचना मिली। वो फौरन मौके पर पहुँचे। उन्होंने आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया। साथ ही पुलिस अधिकारियों ने डॉक्टरों को उचित और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए आरोपितों की तलाश करनी शुरू कर दी। पुलिस द्वारा त्वरित एक्शन देख डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली। सब अपनी ड्यूटी पर लौट आए।
इस घटना को लेकर जूनागढ़ पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने हमें बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस का काफिला मौके पर पहुँचा और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस टीम द्वारा भी त्वरित कार्रवाई की गई। सिविल अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ को आश्वासन दिया गया कि सभी आरोपितों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। घटना के कुछ ही घंटों बाद पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और 5 को राउंडअप कर लिया है, फिलहाल इस मामले में आगे की जाँच जारी है।
पूरी घटना को लेकर डीएसपी हितेश धांधल्या ने कहा है कि रात में सिविल अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर हमला हुआ था। यहाँ एक परिवार का रिश्तेदार इलाज के लिए आया था और बाद में उसकी मौत हो गई, तो परिजनों ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर हमला कर दिया। आरोपित के खिलाफ ए डिवीजन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कर ली गई है और जो भी हमलावर है उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की गई है।
घटना के बाद डॉक्टरों ने भी कहा है कि वे रात करीब डेढ़ बजे ड्यूटी पर मौजूद थे। इस बीच यूनुस नाम के मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो जाने के बाद उनके परिजनों ने डॉक्टरों पर हमला कर दिया और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। घटना के बाद पुलिस तुरंत अस्पताल पहुँची और मामले को सुलझाया और डॉक्टरों की हड़ताल खत्म कराई।