उत्तरप्रदेश के लखनऊ एयरपोर्ट के कार्गो एरिया में रेडियोएक्टिव फ्लोरीन गैस मिलने से सब तरफ हड़कंप मच गया है। इस घटना के बाद कार्गो एरिया को खाली करा लिया गया है। वहीं मौके पर NDRF की टीमों को भी बुला लिया गया है। इस घटनाक्रम में एयरपोर्ट के कर्मचारियों के बेहोश होने की भी खबर है। सभी लोगों को एयरपोर्ट के कार्गो एरिया से दूर रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
मामले पर मिली जानकारी के मुताबिक यह रेडियोएक्टिव फ्लोरीन गैस तब पकड़ में आया, जब जांच के लिए लगेज की स्कैनिंग की जा रही थी। मामले में CCSIA (चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा) एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने बयान जारी कियाकि मेडिकल कंसाइनमेंट ने रेडियोधर्मी पदार्थ के लिए अलार्म सक्रिय हुआ है। इस अलार्म के चलते राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को बुलाया गया है। स्थिति पूरी तरह से कंट्रोल में है। इसका एयरपोर्ट के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है।
Big Breaking :
भारत के लखनऊ एयरपोर्ट पर टर्मिनल – 3 मे चेकिंग के दौरान रेडियो एक्टिव मटीरियल लीक हुआ,
– 1.5 किमी के विस्तार को खाली कराया गया है,
– पूरा टर्मिनल CRPF और NDRF को सौप दिया गया है
Radioactive material leaked during checking at Terminal-3 at Lucknow Airport,… pic.twitter.com/BdXTLloR9w
— 𝐁𝐫𝐢𝐣𝐞𝐬𝐡 𝐅𝐚𝐥𝐝𝐮 (@BrijeshFaldu1) August 17, 2024
खबर है कि उक्त रेडियोएक्टिव पदार्थ लकड़ी के बॉक्स में पैक था। इसी दौरान वह लीक हो गया। जिससे अलार्म बजने लगा। अलार्म बजते ही सुरक्षा में तैनात जवान एक्टिव हो गए। इसके बाद तुरंत ही NDRF की टीमों को भी बुलाया है। फिलहाल अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है कि कहां से यह पदार्थ एयरपोर्ट पहुंचा।
जानकारी के मुताबीक एयरपोर्ट के अंदर 1.5 किलोमीटर का इलाका खाली करवाया जा रहा है। लखनऊ एयरपोर्ट पर हुई इस घटना के बाद सुरक्षा के सभी जरुरी इंतजाम किए जा रहे हैं। पता चला कि इस रेडियोएक्टिव गैस का इस्तेमाल मेडिकल क्षेत्र में किया जाता है। इस फ्लोरीन गैस का इस्तेमाल कैंसर के इलाज में किया जाता है। कैंसर के मरीजों को रेडियोथैरेपी देने में फ्लोरीन ही उपयोग में ली जाती है। चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट के कार्गो डिपार्टमेंट में रोजाना फ्लोरीन का आवागमन जारी रहता है। इसे कार्गो के माध्यम से एक शहर से दूसरे शहर भी भेजा जाता है।