कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 8-9 अगस्त 2024 की रात डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में अहम मोड़ आ गया है। अब तक दावा किया जाता रहा है कि डॉक्टर के पिता को बेटी के सुसाइड की जानकारी फोन पर दी गई थी, जबकि उसका रेप और मर्डर हुआ था, लेकिन अब वो फोन रिकॉर्डिंग भी सामने आ गई है, जिसमें डॉक्टर के पिता को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट ने फोन कॉल करके बेटे के सुसाइड की बात कही थी।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर की मौत सुबह 3 से 4 बजे के बीच हुई जबकि माता-पिता को पहली कॉल 10 बजकर 53 मिनट पर की गई। पहली कॉल में बताया गया कि आपकी बेटी की तबियत खराब है। पहली कॉल में लड़की के मम्मी-पापा से झूठ बोला गया। थोड़ी देर बाद दूसरी कॉल की गई, जिसमें बताया गया कि बेटी की हालत बहुत खराब है। तीसरी कॉल सबके सामने की गई थी, जिसमें बताया गया कि बेटी ने सुसाइड कर लिया है। इस मामले में मृतक डॉक्टर के परिवार से लगातार झूठ बोला जा रहा था।
पहली कॉल में आरजी कर अस्पताल के असिस्टेंट सुप्रिटेंडेंट को माता-पिता से अस्पताल आने का आग्रह करते हुए सुना जा सकता है। वे कहते हैं, “आपकी बेटी की तबीयत ठीक नहीं है। क्या आप तुरंत अस्पताल आ सकते हैं?” पिता को लगा कि कुछ गड़बड़ है, इसलिए उन्होंने और जानकारी माँगी, जिस पर स्टाफ सदस्य ने केवल इतना कहा, “वह ठीक नहीं है। हम उसे भर्ती कर रहे हैं। क्या आप जल्दी आ सकते हैं?” जब इस पर और अधिक जोर दिया गया तो स्टाफ सदस्य ने झिझकते हुए कहा, “जब आप यहाँ आएँगे तो डॉक्टर आपको बताएँगे कि क्या हुआ था। हमें आपका नंबर मिला और हमने आपको फोन किया क्योंकि आप परिवार के सदस्य हैं।”
दूसरा कॉल कुछ ही देर बाद आया, जिसमें अस्पताल का वही कर्मचारी और भी परेशान लग रहा था। “उसकी हालत बहुत गंभीर है। कृपया जल्द से जल्द आएँ,” उसने आग्रह किया। पिता, जो अब और भी अधिक चिंतित हो गया था, ने जानना चाहा कि आखिर हुआ क्या था, लेकिन जवाब अस्पष्ट रहा, “डॉक्टर समझाएँगे। कृपया जल्दी से जल्दी आएँ”। जब पिता ने पूछा कि उनसे कौन बात कर रहा है, तो भ्रम और बढ़ गया। स्टाफ़ सदस्य ने स्पष्ट किया, “मैं सहायक अधीक्षक हूँ,” और आगे कहा, “मैं डॉक्टर नहीं हूँ।” जवाब पाने के लिए बेताब पिता ने पूछा कि क्या कोई डॉक्टर मौजूद है, लेकिन बिना किसी स्पष्टीकरण के अचानक कॉल कट गई।
तीसरी और अंतिम कॉल ने स्थिति की भयावह वास्तविकता को उजागर किया। स्टाफ़ सदस्य, जो बहुत चिंतित लग रहा था, ने कहा, “उसने आत्महत्या कर ली होगी या मर गई होगी। पुलिस यहाँ है। हम अस्पताल में हैं, सबके सामने, यह कॉल कर रहे हैं”। इन कॉलों से प्रशिक्षु डॉक्टर की मौत की परिस्थितियों और अस्पताल द्वारा स्थिति से निपटने के तरीके पर गंभीर सवाल उठे हैं।
कोलकाता रेप मर्डर केस की सीबीआई जाँच चल रही है। देशभर में इस हत्याकांड को लेकर डॉक्टर्स और अन्य संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं।
पूर्व इंस्पेक्टर ने उठाए गंभीर सवाल
इस बीच, कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला ट्रेन डॉक्टर के साथ रेप और हत्या मामले में एक और बड़ा दावा सामने आया है। ममता सरकार में काम करने वाले पूर्व इंस्पेक्टर अरिंदम आचार्या ने पुलिस पर बड़ा सवाल उठा दिया है। अरिंदम आचार्य ने बताया कि पुलिस ने सबसे पहले तो केस में जाँच करने में देरी की। उन्होंने शाम को पोस्टमार्टम कराए जाने पर भी सवाल उठाए। अरिंदम के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट गलत है। अरिंदम ने कहा जिस डॉक्टर को पोस्टमार्टम करना था उससे केवल जबरन साइन कराए गए, ये बात उनको डॉक्टर ने बताया है।
अरिंदम ने कहा मैं खुद पुलिस ऑफिसर रहा हूँ। इस तरह की घटना में पुलिस क्वेस्ट रिपोर्ट तैयार करती है। विसरा भी सुरक्षित करती है, लेकिन कहाँ है ये सब? क्वेस्ट रिपोर्ट में स्कफल के निशान को समझा जाता है। अरिंदम ने बताया कि इस तरह की घटना में लड़की छटपटाई होगी और जो रेप या मर्डर किया होगा, उससे बचने के लिए उसके नाखूनों या मुट्ठी में निशान होंगे। वो मुट्ठी बंद अगर होती है, तो पोस्टमार्टम से ही खुलती है, इसकी रिपोर्ट कहां है?
बता दें कि आरजी कर अस्पताल के सेमीनार हॉल में 9 अगस्त की सुबह एक ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव अर्धनग्न अवस्था में मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई थी कि हत्या से पहले ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप किया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की मौत सुबह तीन से चार बजे के बीच होने की पुष्टि हुई। इस मामले में मुख्य आरोपित संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया जा चुका है।