ब्रुनेई की द्विपक्षीय यात्रा के दूसरे दिन आज पीएम मोदी ने सुल्तान हसनल बोलकिया से लग्जरी पैलेस में मुलाकात की। यह मुलाकात इस्ताना नुरुल ईमान पैलेस में हुई, जिसमें 22 कैरेट सोने की सजावट, पांच स्विमिंग पूल, 1,700 बेडरूम, 257 बाथरूम समेत बहुत कुछ है। बता दें कि पीएम मोदी द्विपक्षीय यात्रा के लिए ब्रुनेई जाने वाले पहले भारतीय नेता हैं। इस वक्त भारत और ब्रुनेई अपने राजनयिक संबंधों के 40 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। इस लग्जरी पैलेस में 110 गैरेज और बंगाल टाइगर, विविध पक्षी प्रजातियों के साथ एक निजी चिड़ियाघर है।
ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोलकिया और उनके करीबी परिवार के सदस्यों ने इस्ताना नुरुल ईमान पैलेस में पीएम नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। ब्रुनेई भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति और भारत-प्रशांत के दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण भागीदार है।” विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने दोनों नेताओं के बीच हुई अहम मुलाकात की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया एक्स पर शेयर करते लिखा कि यह महल 200,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जो विश्व का सबसे बड़ा आवासीय महल है। इसमें 1,788 कमरे, 257 बाथरूम और एक भव्य बैंक्वेट हॉल शामिल है, जिसमें 5,000 मेहमान बैठ सकते हैं। महल में 110 कारों के लिए पार्किंग, 200 पोलो टट्टुओं के लिए एक वातानुकूलित अस्तबल, पांच स्विमिंग पूल और एक मस्जिद है जिसमें 1,500 उपासक रहते हैं।
Building stronger 🇮🇳-🇧🇳 relations.
PM @narendramodi was warmly welcomed at the Istana Nurul Iman by His Majesty Sultan Haji Hassanal Bolkiah of Brunei and his close family members.
🇧🇳 is an important partner in India's 'Act East' Policy and its Vision of the Indo-Pacific. pic.twitter.com/zVcBTOM1Lz
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) September 4, 2024
पीएम मोदी ने दिया ये संदेश
अपने आगमन से पहले, पीएम मोदी ने कहा कि वह देशों के बीच मजबूत संबंधों, खासकर वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए उत्सुक हैं। प्रधान मंत्री मोदी का ब्रुनेई के हवाई अड्डे पर क्राउन प्रिंस अल-मुहतादी बिल्लाह ने भव्य स्वागत किया। साथ ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने एक्स पर कहा, “हमारे देशों के बीच मजबूत संबंधों की आशा है, खासकर वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए।” पहलवे दिन पीएम मोदी ने ब्रुनेई में भारतीय उच्चायोग के नए चांसरी परिसर का उद्घाटन किया और इसे दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों का संकेत बताया। प्रधान मंत्री मोदी ने कहा, “भारत के उच्चायोग के नए चांसरी का उद्घाटन करते हुए खुशी हो रही है, जो ब्रुनेई दारुस्सलाम के साथ हमारे मजबूत संबंधों का संकेत है। यह हमारे प्रवासी भारतीयों की भी सेवा करेगा।”