हरियाणा के पलवल में आर्यन मिश्रा नाम के एक युवक की हत्या गलतफहमी के कारण हुई थी। युवक को गोली मारने वाले आरोपितों ने उसे अपराधी समझ लिया था और उनके गौरक्षक होने के अभी तक कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। यह जानकारी फरीदाबाद पुलिस ने दी है।
फरीदाबाद पुलिस के असिस्टेंट कमिश्नर अमन यादव ने 3 सितम्बर, 2024 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मामले में बताया, “24 अगस्त की रात हुई एक वारदात में एक युवक आर्यन मिश्रा की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस संदर्भ में फरीदाबाद पुलिस ने FIR दर्ज करके हत्या के पाँच बाद 5 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम अनिल, कृष्ण, वरुण, आदेश और सौरभ हैं। वारदात में उपयोग की गई गाड़ी को बरामद कर लिया गया है। यह सभी आरोपित फरीदाबाद के रहने वाले हैं।”
उन्होंने आगे बताया, “अभी तक की जाँच में गलतफहमी के कारण गोली चलने की बात सामने आई है। गोली मारने वालों को लगा कि यह आपराधिक व्यक्ति हैं जो अपराध करने के लिए आए हैं। इसीलिए उन्होंने फायरिंग की। मामला जाँच के अंतर्गत है। आरोपितों के दावों को अभी सत्यापित किया जा रहा है।”
पुलिस ने यह भी बताया कि जिस गाड़ी में आर्यन मिश्रा पर गोली चलाई गई, उसमें कुल पाँच लोग सवार थे, इसी में एक युवक सागर उर्फ़ शैंकी भी था। पुलिस ने बताया कि इस युवक के विरुद्ध पहले से हत्या के प्रयास का एक मामला दर्ज है और जब गाड़ी का पीछा पाँच लोगों ने किया तो उन्हें लगा कि उनके दुश्मन गुट के लोग उनका पीछा कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि इसीलिए गाड़ी भगाने का प्रयास आर्यन और उसके साथियों ने किया होगा। इसी कारण से पीछा कर रहे लोगों का शक और गहराया। इसी के बाद यह घटना हुई।
मृतक आर्यन मिश्रा और उसके साथियों तथा हत्या के आरोपितों के बीच पुरानी रंजिश होने के दावे से पुलिस ने इनकार किया है। पुलिस ने कहा है कि अभी ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है। पुलिस ने हत्या आरोपितों के गौरक्षक होने को लेकर कहा कि अभी यह बात भी स्पष्ट नहीं हुई है। पुलिस ने कहा कि अभी तक की जाँच में यह सामने नहीं आया है कि हत्या के आरोपित किसी संगठन से जुड़े हुए थे। उनकी पृष्ठभूमि की जाँच भी चल रही है।
गौरतलब है कि 24 अगस्त, 2024 की रात फरीदाबाद-पलवल रास्ते में डस्टर गाड़ी में सवार पाँच युवकों पर फायरिंग की गई थी। इस फायरिंग में गाड़ी में सवार युवक आर्यन मिश्रा (19) को कंधे के पास गोली लगी थी। उसे अस्पताल पहुँचने पर मृत घोषित कर दिया गया था। इस मामले में मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि आर्यन को गौरक्षकों ने धोखे से गोतस्कर समझ लिया और गोली चलाई। इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जाँच में इन लोगों के गौरक्षक होने की बात अभी तक सामने नहीं आई है।