पेरिस पैरालंपिक में भारतीय पैराएथलीट ने 6 दिन के भीतर ही वो कारनामा कर दिया है, जो आज से पहले कभी नहीं हुआ था। दरअसल, भारत ने पेरिस में 20 मेडल का आंकड़ा छूने के साथ ही एक पैरालंपिक गेम्स में सबसे ज्यादा मेडल जीतने का नया इतिहास रच दिया है। भारत के खाते में अब कुल 20 मेडल हो गए हैं। इनमें 3 गोल्ड मेडल, 7 सिल्वर मेडल और 10 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। पेरिस से पहले भारत ने टोक्यो 2020 में पैरालंपिक गेम्स में सबसे ज्यादा मेडल जीतने का रिकॉर्ड बनाया था। टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने कुल 19 मेडल जीते थे। लेकिन, अब पेरिस में पहले 6 दिनों के भीतर ही भारतीय पैराएथलीटों ने पैरालंपिक गेम्स के इतिहास में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकॉर्ड चकनाचूर कर दिया है।
छठे दिन आए 5 मेडल
पेरिस पैरालंपिक में भारत ने अब तक 4 खेलों में मेडल अपने नाम किए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 10 मेडल एथलेटिक्स से आए हैं। वहीं, 5 मेडल बैडमिंटन और 4 मेडल शूटिंग में आए हैं। एक मेडल तीरंदाजी से आया है। भारत ने 3 सितंबर यानी छठे दिन 5 मेडल अपनी झोली में डाले। दीप्ति जीवनजी, शरद कुमार, मरियप्पन थंगावेलु, अजीत सिंह और सुंदर गुर्जर ने ये मेडल दिलाए।
पैरालंपिक गेम्स में भारत का प्रदर्शन
भारत पैरालंपिक गेम्स में साल 1968 से शिरकत कर रहा है। पहले पैरालंपिक गेम्स में भारत का खाता भी नहीं खुला था। इसके बाद 1972 में भारत को गोल्ड के रुप में पहला मेडल मिला। अगले 2 पैरालंपिक में भारत ने हिस्सा नहीं लिया लेकिन 1984 में भारतीय पैराएथलीट 4 मेडल जीतने में कामयाब रहे। इसके बाद एक बार फिर अगले 4 पैरालंपिक में भारत खाता भी नहीं खोल पाया। फिर भारत 2004 एथेंस पैरालंपिक में 2 मेडल जीतने में कामयाब रहा। इसके बाद हमें 2008 बीजिंग पैरालंपिक में कोई मेडल नहीं मिला और 2012 लंदन पैरालंपिक में सिर्फ 1 मेडल से संतोष करना पड़ा। 2016 रियो पैरालंपिक में भारत ने 4 मेडल जीते लेकिन उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन आना अभी बाकी थी। फिर आया टोक्यो पैरालंपिक जिसमें भारत ने 19 मेडल जीतकर नया कीर्तिमान रच दिया और अब पेरिस में भारत ने टोक्यो के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए नया कीर्तिमान बना दिया है।