आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती 11 साल की बच्ची का एक जूनियर डॉक्टर ने यौन शोषण किया। आरोपित डॉक्टर दिलशाद हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। मेडिकल कॉलेज ने भी उसे सस्पेंड कर दिया है।
रिपोर्टों के अनुसार डॉक्टर दिलशाद हुसैन पर बच्ची को इलाज के बहाने अपने चैंबर में ले जाकर गंदी हरकत करने का आरोप है। कथित तौर पर उसने बच्ची के कपड़ों में हाथ डालकर उसके प्राइवेट पार्ट्स पर हाथ फेरा और अश्लील हरकत की। बच्ची चीखते हुए उसके चैंबर से भागी और बाहर अपनी माँ से लिपट गई।
इसके बाद पूरे घटनाक्रम का खुलासा हुआ। परिजनों के हंगामे के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता ने डॉक्टर दिलशाद हुसैन को सस्पेंड कर मामले की जाँच के लिए कमेटी का गठन किया है। पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया है कि थाना एमएम गेट पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
नाबालिग के साथ जूनियर चिकित्सक द्वारा अभद्रता की घटना के सम्बन्ध में #थाना_एम_एम_गेट पुलिस द्वारा प्राप्त तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत किया गया है एवं आरोपी चिकित्सक को गिरफ्तार करते हुए की जा रही आवश्यक विधिक कार्यवाही के सम्बन्ध में #एसीपी_कोतवाली द्वारा बाइट।@Uppolice pic.twitter.com/so8Jk3BNOR
— POLICE COMMISSIONERATE AGRA (@agrapolice) September 11, 2024
घटना 10 सितंबर 2024 के रात की है। आगरा के शाहगंज क्षेत्र की पीड़ित बच्ची का बाल रोग विभाग में इलाज चल रहा था। 6 सितंबर को उसे इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार होने के बाद 9 सितंबर को बाल रोग विभाग के जनरल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया था। डॉक्टर दिलशाद हुसैन पर 10 सितंबर की देर रात चेकअप के बहाने उसका यौन शोषण करने का आरोप है।
आरोप है कि शुरुआत में इस मामले को दबाने की कोशिश की गई। पीड़ित परिवार को लालच दिए गए। हंगामे के बाद आरोपित डॉक्टर पुलिस के आने से पहले ही वार्ड से निकल गया। पीड़ित परिवार के साथ जब हिंदू संगठन के लोग खड़े हुए तो केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी की गई।
जूनियर डॉक्टर दिलशाद हुसैन के खिलाफ दुराचार और पॉक्सो की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार वह बरेली का रहने वाला है और पीजी प्रथम वर्ष का छात्र है। पीड़िता का मेडिकल करवाकर पुलिस कोर्ट में बयान दर्ज कराने वाली है।