कर्नाटक के शहर मंगलुरु में ईद मिलाद उन नबी के मौके पर हिंसा भड़क गई. यह हिंसा सोशल मीडिया पर एक ऑडियो संदेश वायरल होने के बाद भड़की. ऑडियो संदेश के वायरल होने के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोग भड़क गए और अपना आक्रोश दर्ज कराने के लिए उन्होंने सड़कों पर प्रदर्शन किया.
मुस्लिम समुदाय के लोग सोमवार को ईद मिलाद उन नबी का त्योहार मना रहे हैं, इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऑडियो संदेश वायरल हुआ, जिसमें कथित तौर पर कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा था, अगर रोक सकते हो तो ईद मिलाद उन नबी के जुलूस को रोक कर दिखाओ, साथ ही कहा गया था कि हम ईद मिलाद उन नबी की यात्रा निकालेंगे बीसी रोड से कैकंबदावारा मस्जिद तक. इस पोस्ट के वायरल होने के बाद विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोग भड़क गए.
क्यों भड़की हिंसा
जानकारी के मुताबिक यह संदेश नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष ने जारी किया था. जिसके बाद बीसी रोड पर बवाल देखा गया. ईद मिलाद उन नबी के त्योहार को देखते हुए पहले से ही सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे और पुलिस बल को तैनात किया गया था. विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोग बीसी रोड पर उतर आए और पुलिस के बैरिकेड हटा दिए, पुलिस बल और दल के बीच संघर्ष देखा गया.
#WATCH | Karnataka: Vishwa Hindu Parishad and Bajrang Dal workers stage protest in Mangaluru over a social media post; police personnel deployed pic.twitter.com/4NUkreU9KQ
— ANI (@ANI) September 16, 2024
जमकर नारेबाजी हुई
लोगों में आक्रोश देखा गया और उन्होंने जमकर नारे बाजी की. इससे पहले भी कर्नाटक के मांड्या में गणेश विसर्जन के दौरान दो पक्ष आमने-सामने आ गए थे. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव और फायरिंग हुई. पथराव में एक पुलिसकर्मी को चोट भी आई थी. गुस्साई भीड़ ने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले भी कर दिया था.
गणेश उत्सव के दौरान हुई थी हिंसा
गणेश विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में हिंदू पक्ष का आरोप था कि मुस्लिम युवक तलवार लेकर आ गए थे और धमकाने का प्रयास कर रहे थे. वहीं , पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए तलवारें जब्त कर ली थी और हिंसा भड़काने में शामिल लोगों पर तुरंत एक्शन लिया गया था. घटना नागमंगला टाउन में हुई थी.
गणेश चतुर्थी के अवसर पर बदरीकोप्पल में गणेश प्रतिमा को भव्य तरीके से निकाला गया था, इसी दौरान मैसूर रोड पर दरगाह के पास लोगों पर पथराव हुआ. इसका आरोप मुस्लिम युवकों पर लगाया गया था. हिंदू पक्ष का कहना है कि ये घटना उस वक्त हुई जब गणपति विसर्जन का जुलूस निकला जा रहा था. इस दौरान मुस्लिम युवकों ने पथराव किया.