ओडिशा के बहरामपुर के एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज के हॉस्टल में कथित तौर पर ‘बीफ’ पकाने वाले 7 छात्र निष्कासित कर दिए गए। उनकी शिकायत छात्रों के एक दूसरे समूह ने कॉलेज प्रशासन को दी। मामले में विश्व हिन्दू परिष और बजरंग दल ने भी प्रदर्शन किया। इसके बाद कॉलेज ने यह एक्शन लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बहरामपुर के परला महाराज इंजीनियरिंग कॉलेज के 7 छात्रों को हॉस्टल से निकाले जाने का आदेश कॉलेज प्रशासन ने दिया है। आरोप है कि बुधवार (11 सितम्बर, 2024) की रात को इन लोगों ने एक कमरे में ‘बीफ’ पकाया और खाया। बीफ पकाने वालों की इस हरकत पर हॉस्टल में रहने वाले दूसरे छात्र गुस्सा गए और उन्होंने इसकी शिकायत की।
बताया गया कि शिकायत करने वाले छात्रों ने कहा था कि बीफ पकाने के कारण बाकी छात्रों को समस्या हुई है। शिकायत करने वाले छात्रों ने कहा कि बीफ पकाने वालों ने उनकी भावनाओं का ख्याल नहीं रखा। उन्होंने इस मामले में सख्त कार्रवाई की माँग की थी।
यह शिकायत कॉलेज के छात्र कल्याण मामलों के डीन से की गई। इसके बाद डीन ने 7 छात्रों को हॉस्टल से निष्कासन का आदेश दिया। डीन के आदेश में कहा गया कि यह छात्र प्रतिबंधित गतिविधियों में संलिप्त थे। डीन के आदेश में कहा गया कि इन छात्रों ने नियमों का उल्लंघन किया है।
डीन के आदेश से निष्कासित किए जाने वाले 7 छात्रों में से 6 अल्पसंख्यक समुदाय से हैं। एक छात्र पर ₹2000 का जुर्माना लगाए जाने की बात भी सामने आई है। कॉलेज प्रशासन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि छात्रों को बीफ खाने के कारण ही निकाला गया है। कॉलेज प्रशासन ने इसका जिक्र निष्कासन के नोटिस में भी नहीं दिया।
इस मामले में स्थानीय विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले में शिकायत की है। VHP और बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि हॉस्टल के अंदर बीफ पकाया गया था, वह इस मामले में कॉलेज प्रशासन से मिले हैं। उन्होंने छात्रों पर FIR की माँग भी की है।
मामले में पुलिस के पास भी शिकायत पहुँची है। पुलिस की एक टीम ने हॉस्टल में जाकर जायजा भी लिया है। कथित तौर पर बीफ खाने वालों छात्रों ने ने पुलिस को बताया कि वह एक शादी से बकरे का मीट लाए थे और खाया था। पुलिस ने कहा है कि यह स्पष्ट नहीं है कि छात्रों ने क्या खाया। हॉस्टल में तनाव को रोकने के लिए पुलिसबल तैनात है।