अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित स्वामीनारायण मंदिर को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है। 16 सितंबर 2024 को न्यूयॉर्क के मेलविले में स्थित BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर के बाहर लगे साइन बोर्ड पर स्प्रे पेंट से हिंदू-घृणा के शब्द लिखे गए। ‘हिंदू-स्तान मुर्दाबाद’ और ‘मोदी टेररिस्ट’ जैसे शब्द लिख कर पूरे देश को बदनाम करने की साजिश की गई।
There is too much hate!
I am appalled by the hideous acts of vandalism targeting the BAPS Shri Swaminarayan Mandir in Melville. Such acts of vandalism, bigotry, and hate are happening far too often because of inflammatory rhetoric by national leaders, extremism, and lack of… pic.twitter.com/LoO5htkTHU
— Tom Suozzi (@RepTomSuozzi) September 16, 2024
जिस जगह पर हिंदू मंदिर को कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया है, वह भारतीय दृष्टिकोण से फिलहाल बहुत अहम है। ठीक 5 दिन बाद यानी 22 सितंबर 2024 को PM मोदी इस मंदिर से महज 27 किलोमीटर दूर भारतीय समुदाय को संबोधित करने वाले हैं। अमेरिका स्थित भारत के महावाणिज्य दूतावास ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
The vandalism of the BAPS Swaminarayan Temple in Melville, New York, is unacceptable ; The Consulate @IndiainNewYork is in touch with the community and has raised the matter with U.S. law enforcement authorities for prompt action against the perpetrators of this heinous act.…
— India in New York (@IndiainNewYork) September 16, 2024
जाँच की माँग: हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के समर्थन में कई नेता
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने BAPS स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाने वाले लोगों पर कार्रवाई की माँग की है। अमेरिकी न्याय विभाग और होमलैंड सुरक्षा विभाग को जाँच के लिए लिखा गया है। उन्होंने लिखा कि लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए नेता को टार्गेट करना, हिंदू मंदिरों पर हमले करना आदि हिंदू-घृणा प्रकट करना ही है।
The @TheJusticeDept & @DHSgov must investigate this attack on the @BAPS Hindu temple in Melville, NY shared by @OnTheNewsBeat after recent threats to Hindu institutions as a large Indian community gathering is planned in nearby Nassau County this weekend.
pic.twitter.com/S52x8yPNs8
— Hindu American Foundation (@HinduAmerican) September 16, 2024
US lawmakers/figures who have condemned vandalism of the BAPS Hindu temple in Melville, NY
-U.S. Representative Nick LaLota
-U.S. Representative Tom Suozzi
-Suffolk County Executive Ed Romaine
-Deputy New York State Assembly Speaker Phil Ramos
-New York State Senator Mario…
— Sidhant Sibal (@sidhant) September 17, 2024
खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने हाल ही में हिंदू और भारतीय संस्थानों को लेकर धमकियाँ दी थीं। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने इस ओर भी अमेरिकी पुलिस-प्रशासन का ध्यान दिलाया।
I condemn the vandalism of the @BAPS Hindu Temple, a beacon of spirituality & inclusivity that is beloved in the community.
I call for this to be investigated as a hate crime. Freedom of worship is a fundamental American value that we must protect. https://t.co/YeDfXSNZCf
— Jenifer Rajkumar (@JeniferRajkumar) September 17, 2024
BAPS स्वामीनारायण मंदिर पर हमला, खालिस्तान का हाथ?
अमेरिका स्थित हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है, ऐसा नहीं है। कुछ दिन पहले ही कनाडा में भी यही किया गया। वहाँ तो यह तक धमकी दी गई कि जो भारतीय मूल के लोग वहाँ रह रहे हैं, वो सब देश छोड़ कर चले जाएँ।
In response to my condemnation of the vandalism of the Hindu temple BAPS Swaminarayan Mandir in Edmonton and other acts of hate and violence by Khalistan supporters in Canada, Gurpatwant Singh Pannun of Sikhs for Justice has released a video demanding me and my Hindu-Canadian… pic.twitter.com/vMhnN45rc1
— Chandra Arya (@AryaCanada) July 24, 2024
कनाडा के सांसद चंद्र आर्य ने जब एडमॉन्टन शहर में स्थित BAPS स्वामीनारायण मंदिर पर हमले को लेकर आवाज उठाई तो खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सभी भारतीय मूल के लोगों को धमकी दे डाली। सबको कनाडा छोड़ देने का फतवा जारी कर दिया।
विदेश में हिंदू मंदिरों पर बढ़ते हमले, किसकी साजिश?
जुलाई 2024 में कनाडा के एडमॉन्टन शहर में BAPS स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की गई और दीवार पर विवादित नारे लिखे गए। इसका आरोप भी खालिस्तानी आतंकियों पर लगा था। इसके पहले यहाँ 7 सितंबर 2023 को माता भामेश्वरी दुर्गा मंदिर, 12 अगस्त 2023 को लक्ष्मीनारायण मंदिर और 31 जनवरी 2023 को ब्रैम्पटन स्थित एक प्रमुख हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।
दिसंबर 2023 में अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित नेवार्क में स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे गए। मंदिर की दीवार पर अंग्रेजी में ‘शहीद भिंडरावाला’ और ‘मोदी टेररिस्ट’ लिखा गया था। यही नहीं, मंदिर के बोर्ड पर भी काली स्याही से खालिस्तान लिखा गया था।
सितंबर 2022 में कैरेबियन देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो में एक ही सप्ताह में 2 हिंदू मंदिरों को तोड़ कर उन्हें अपवित्र किया गया था। मंदिर में तोड़फोड़ कर देवी काली की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।
हिंदू-घृणा के नाम पर विदेशों में स्थित हिंदू मंदिरों को आखिर कौन निशाना बना रहा है? क्यों बार-बार ऐसी हिंसक वारदातों के पीछे खालिस्तानियों का हाथ होने के आरोप लगते हैं? और अगर आरोप लगते हैं तो जाँच एजेंसियाँ अब तक क्यों नहीं किसी अंजाम तक पहुँच पाई हैं? हिंदू मंदिर पर हमले को लेकर क्या जाँच एजेंसियाँ भी शक के घेरे में हैं, क्या किसी बड़े नेक्सस के साथ इनका भी घालमेल है? इन सबकी निष्पक्ष जाँच बहुत जरूरी है।