भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को एक पत्र लिखा है. इसमें जेपी नड्डा ने राहुल गांधी को लेकर जवाब भी दिया है साथ ही सवाल भी उठाए हैं. अपने इस पत्र में उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया था और उस वक्त कांग्रेस राजनीति शुचिता की बात करना भूल गई थी?
जेपी नड्डा ने पत्र में खरगे से किए सवाल
अपने खत में जेपी नड्डा ने लिखा, ‘आदरणीय खरगे जी, आपने राजनीतिक मजबूरीवश जनता द्वारा बार-बार नकारे गए अपने failed product को एक बार फिर से polish कर बाजार में उतारने के प्रयास किया. जिसकी धृष्ट मानसिकता से पूरा देश वाकिफ हो, उस राहुल गांधी को सही ठहराने की कोशिश आप किस मजबूरी के चलते कर रहे हैं? ये राहुल गांधी की माताजी सोनिया गांधी ही थी न खड़गे जी जिन्होंने मोदी जी के लिए ‘मौत का सौदागर’ जैसे अत्यंत असभ्य अपशब्दों का प्रयोग किया था? इन सभी दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बयानों का तो आप और आपकी पार्टी के नेता महिमामंडन करते रहे! क्यों तब राजनीतिक शुचिता की बातें कांग्रेस भूल गई थी?’
कहा – कांग्रेस कॉपी पेस्ट वाली पार्टी बनी
उन्होंने लिखा, ‘दुःख की बात है कि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब अपने नामदार युवराज के दवाब में ‘copy & paste’ वाली पार्टी बन कर रह गई है. राजनीतिक लोलुपता की पराकाष्ठा करते हुए अब राहुल गांधी वाले दुर्विकार कांग्रेसपार्टी भी अंगीकार करने लगी है.’
नड्डा ने कहा आरक्षण और जाति के नाम पर भड़काते हैं
जेपी नड्डा ने लिखा, ‘देश में आरक्षण और जाति की राजनीति कर एक समाज को दूसरे समाज के खिलाफ भड़काते हैं या इसलिएकि वे विदेशी धरती पर जाकर आरक्षण को ख़त्म कर दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का हक़ छीनने की मंशा जाहिर करते हैं? इसलिए कि वे जम्मू-कश्मीर की शांति के खिलाफ विषवमन करते हैं या इसलिए कि वे आतंकियों की रिहाई, पाकिस्तान से बातचीत, पाकिस्तान के साथ व्यापार और धारा 370 को फिर से लाने का समर्थन करते हैं? इसलिए कि वो हिंदू को पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से भी बड़ा खतरा बताते हैं’.
खरगे ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर लिखा था उन्हें पत्र
दरअसल, मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी के जन्मदिन पर उनको शुभकामनाएं देते हुए पत्र लिखा था और कहा था कि रवनीत बिट्टू और सत्तापक्ष के उन नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ विवादित बयान दिए हैं. खरगे ने अपने पत्र में कहा था कि इस तरह से बयान देना भविष्य में घातक हो सकता है.