आगरा से दिल्ली की ओर जा रही एक मालगाड़ी ट्रेन मथुरा में पटरी से उतर गई. ये ट्रेन झांसी से सुंदरगढ़ जा रही थी. . वृंदावन रोड के पास डाउनरुट पर मालगाड़ी के करीब बीस डिब्बे पटरी से उतर गए. इससे आगरा-दिल्ली का अप-डाउन ट्रैक पूरी तरह से रूक गया है.बताया जा रहा है इससे लगभग 15 ट्रेन प्रभावित है.
रेलवे के आला अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं. यातायात को दोबारा सुचारु रूप से चालू करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. ट्रैक के बाधित होने के बाद से आगरा, दिल्ली और ग्वालियर की तरफ जाने वाले वाले सभी यात्री परेशान हैं. ट्रेनों के न आने से और लेट होने से स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ बढ़ रही है.
#WATCH | Uttar Pradesh: A goods train derailed in Mathura. Officers from the railway department along with the city police present at the spot. More details awaited. pic.twitter.com/jMuMRX3KUc
— ANI (@ANI) September 18, 2024
ट्रैक को दुरस्त करने का काम शुरू
हादसे में किसी के भी हताहत होने की खबर सामने नही आई है. मालगाड़ी में कोयला भरा था. ट्रेन के डिब्बों के पटरियों से उतरने पर कोयला ट्रैक पर फैल गया है. ट्रेन के पटरी से नीचे उतरने पर कई ओएचई खंभे भी टूट गए. इससे अप-डाउन ट्रैक बाधित हो गया है. हालांकि मौके पर सभी संबंधित अधिकारी पहुंच गए हैं. ट्रैक को भी दुरस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है.
घंटो लेट होंगी ट्रेनें
इस रूट पर कर्नाटक एक्सप्रेस लगभग 2 घंटे की देरी से चल रही है, वहीं कई और ट्रेने भी प्रभावित हो गई है. बताया जा रहा है कि इस हादसे से करीब 15 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं. इस हादसे को लेकर डीआएरम ने कहा कि अप-डाउन दोनों लाइनों के साथ तीसरी लाइन पर भी ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है.
#TrainAccident in #UttarPradesh
20 Wagons Derail, Disrupts Mathura-Palwal Route 🚂❌
3 out of 4 lines on the route are currently blocked, leading to delays and cancellations of trains.
Restoration efforts are underway to clear derailed wagons and restore normal train services. pic.twitter.com/ouYgxeGPkH
— Jharkhand Rail Users (@JharkhandRail) September 18, 2024
सूरतगढ़ जा रही थी ट्रेन
हादसे के बाद लोको पायलट शेर सिंह और सहायक लोको पायलट शिव शंकर सहमे नजर आए. पायलट शेर सिंह की आंखे थी. उन्होंने कहा- मालगाड़ी सूरतगढ़ जा रही थी. हमारी ड्यूटी आगरा से तुगलकाबाद तक ही थी. इसके बाद दूसरे पायलट और लोको पायलट मालगाड़ी लेकर जाते. लेकिन, उससे पहले ही ये हादसा हो गया.