प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को भारत के शतरंज ओलंपियाड के स्वर्ण पदक विजेताओं से मुलाकात की. इसमें महिला ग्रैंडमास्टर वंतिका अग्रवाल भी थीं. पीएम से मिलकर वंतिका ने प्रसन्नता जाहिर की और सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ-साथ एक पुरानी तस्वीर भी साझा की. तब वंतिका महज नौ साल की थी और नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे. वंतिका ने स्वामी विवेकानंद महिला शतरंज महोत्सव में 3,500 महिला खिलाड़ियों के साथ भाग लिया था.
वाकया साल 2012 का है. वंतिका अग्रवाल ने अपने वीडियो में कहा कि तब मोदी जी से मिलकर उसे आगे देश के लिए चेस खेलने की प्रेरणा मिली. वंतिका ने बताया कि उन्होंने तब कहा था कि शतरंज केवल पुरुषों का खेल नहीं है. वंतिका ने कहा उनके प्रोत्साहन ने ही उसे आज भारत के लिए और अधिक पदक जीतने के लिए प्रेरित किया है.
‘Chess is not just a man’s game,’ declared Gujarat's Chief Minister @narendramodi in 2012, igniting the spirit of 3,500 women at the Swami Vivekananda Mahila Chess Mahotsav.
Among them was 9-year-old Vantika Agrawal, who met him that day and left deeply inspired.
Today, Vantika… pic.twitter.com/17TAyKFjRZ
— Modi Archive (@modiarchive) September 26, 2024
वंतिका अग्रवाल ने पीएम मोदी को बचपन में उनके हाथों सम्मानित किए जाने की यह तस्वीर उपहार में दी. वंतिका ने हैरानी जताई कि पीएम मोदी को उसका जन्मदिन भी याद है. आज वंतिका को भारत के लिए महिला ग्रैंडमास्टर और इंटरनेशनल मास्टर का FIDE खिताब हासिल है. हाल ही में वंतिका ने बुडापेस्ट में 45वें शतरंज ओलंपियाड में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता है.