उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में ईसाई धर्मान्तरण का मामला सामने आया है। यहाँ चंगाई सभा के नाम पर हिन्दुओं के धर्मान्तरण के आरोप में स्थानीय लोगों ने हंगामा किया है। आरोप है कि गरीब हिन्दुओं को बकरी का लालच देकर ईसाई बनाने की कोशिश की जा रही थी। धर्मान्तरण रोकने पहुँचे हिन्दू संगठन के सदस्यों पर पत्थरबाजी भी की गई। पुलिस ने केस दर्ज करके जाँच शुरू कर दी है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घटना रविवार (29 सितंबर 2024) की है।
यह मामला प्रयागराज जिले के थानाक्षेत्र सरायइनायत का है। रविवार को यहाँ विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक तौर पर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में उन्होंने बताया कि रविवार को दोपहर लगभग 12 बजे गाँव सरपतीपुर में चंगाई सभा के नाम पर लोगों का जमावड़ा किया गया था। आरोप है कि इसी जमावड़े में कुछ लोगों द्वारा ईसाइयों को अच्छा और हिन्दुओं को बुरा बताया जा रहा था। यहीं पर हिन्दू देवी-देवताओं के बारे में भी अभद्र टिप्पणियाँ की जा रही थीं।
इस मामले की जानकारी लगते ही गाँव में हिन्दू संगठन से जुड़े सदस्य पहुँचे। ग्रामीणों ने उनको बताया कि वहाँ पर सामूहिक धर्मान्तरण की तैयारी चल रही है। लोगों का धर्म बदलने के लिए लालच के तौर पर उन्हें बकरी देने का वादा किया जा रहा था। आरोपित यह भी दावा कर रहे थे कि ईसाई बनने के बाद तमाम रोगों से छुटकारा मिल जाता है। इस करतूत के मास्टरमाइंड के तौर पर अशोक कुमार, मदन बिन्द, डॉ मुन्ना लाल निगम और सूरज कुमार वर्मा का नाम लिया गया है।
आरोपितों में अशोक कुमार सोनभद्र जिले का रहने वाला है। बाकी सभी आरोपित प्रयागराज के ही रहने वाले हैं। हिन्दू संगठन के सदस्यों और ग्रामीणों द्वारा रोके जाने पर इन सभी ने अपने 10 अज्ञात साथियों के साथ पत्थरबाजी शुरू कर दी। मामले की सूचना पर पुलिस फ़ौरन मौके पर पहुँची। पुलिस ने चारों नामजद आरोपितों को हिरासत में ले लिया और थाने आ गई। इन सभी से पूछताछ चल ही रही थी कि हिन्दू संगठन के सदस्य भी पुलिस स्टेशन पहुँच गए।
वायरल हो रहे एक वीडियो में हिन्दू संगठन के सदस्यों को पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते सुना जा सकता है। इसी वीडियो में चारों आरोपित थाने में बैठे नजर आ रहे हैं। फ़िलहाल इन सभी नामजदों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 302 और 125 के साथ उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। हिरासत में लिए गए आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस मामले में जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रही है।