यूपी के रामपुर में पढ़े-लिखे युवाओं के मतांतरण का मिशनरी षड्यंत्र सामने आया है। ईसाई संस्था से जुड़े लोग यूपीएससी की निशुल्क कोचिंग का झांसा देकर ईसाई बनने का दबाव बनाते थे। उत्तराखंड के एक युवक ने मिशनरी का भांडा फोड़ दिया। पुलिस ने छापेमारी कर षड्यंत्र में शामिल मिशनरी से जुड़े दो मैक्स बंधुओं सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस के अनुसार, रामपुर में थाना मिलक क्षेत्र में मिशनरी से जुड़ाव रखने वाले कुछ लोग एक संस्थान चलाते हैं। संस्था में युवाओं को निशुल्क शिक्षा का भरोसा दिया जाता था, लेकिन परदे के पीछे मिशनरी रैकेट चलाया जा रहा था। इसे लेकर लगातार शिकायतें सामने आ रही थीं। उत्तराखंड में ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा कस्बे का रहने वाला भीमसिंह भी निशुल्क शिक्षा की सुनकर संस्थान में पढ़ने आया था। भीम सिंह ने वहां मिशनरी षड्यंत्र देखा तो वह शांत नहीं बैठा और पुलिस में शिकायत कर दी।
भीम सिंह ने पुलिस को बताया कि खटीमा क्षेत्र के गांव खेतल चंद्रखास निवासी हिमांशु मैक्स, उसका भाई गौरव मैक्स, जनकईया का रहने वाला रामपाल और जौनपुर जिले के गांव जनबेरा निवासी आशुतोष संस्थान में मुफ्त शिक्षा और सिविल सर्विसेज की तैयारी के बाद नौकरी के नाम पर मिशनरी प्रचार करते थे। हिन्दू समाज के युवाओं पर ईसाई बनने को दबाव बनाया जाता था। शिकायत पर पुलिस ने सभी के खिलाफ केस दर्ज कर छापेमारी की। इस कार्रवाई में मैक्स बंधुओं सहित चारों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। मिलक थाने के जांच अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले छात्र की शिकांतय पर मतांतरण षड्यंत्र में शामिल सभी लोगों को जेल भेज दिया गया है।