दिल्ली से लंदन जा रहे ‘विस्तारा’ के एक विमान में बम की धमकी मिलने के बाद उसे फ्रैंकफर्ट की ओर डायवर्ट किया गया और इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई. हालांकि जांच के दौरान विमान में कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया है. जिसके बाद विमान को लंदन रवाना कर दिया गया है. विमानन कंपनी के एक प्रवक्ता ने शनिवार तड़के एक बयान में बताया था कि विमान फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से उतर गया है और अनिवार्य जांच की गई. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘दिल्ली से 18 अक्टूबर को लंदन जा रही विस्तारा की उड़ान संख्या ‘यूके17′ को सोशल मीडिया पर सुरक्षा संबंधी धमकी मिली थी. प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सभी संबंधित प्राधिकारियों को तुरंत इस बारे में सूचना दी गई और विमान चालक एहतियात के तौर पर उड़ान का मार्ग परिवर्तित कर इसे फ्रैंकफर्ट ले गए.”
‘अकासा एयर’ की उड़ान में बम की धमकी
इस बीच, ‘अकासा एयर’ ने बताया कि बेंगलुरु से शुक्रवार को मुंबई रवाना होने वाली उसकी उड़ान संख्या ‘क्यूपी 1366′ को उड़ान भरने से कुछ समय पहले सुरक्षा संबंधी अलर्ट मिला था. मुंबई एयरपोर्ट पर विमान की जांच की गई और किसी भी प्रकार का कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिली. सुरक्षा जांच के बाद विमान को उड़ान के लिए एनओसी दे दी गई.
विमानन कंपनी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘सुरक्षा संबंधी प्रक्रियाओं के तहत, सभी यात्रियों को विमान से उतारना पड़ा क्योंकि स्थानीय प्राधिकारियों को आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करना था. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप इसे समझें. हमारी टीम ने आपकी असुविधा को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किया है.”
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में भी बम की धमकी
एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या IX-196 में भी बम की धमकी मिली. जिसके बाद जयपुर एयरपोर्ट इमरजेंसी लैंडिंग करवाई गई. विमान में कुल 189 यात्री सवार थे. लैंडिंग के बाद सुरक्षा बलों ने गहनता से जांच की गई और कुछ भी संदिग्ध नहीं पाया गया.
लगातार मिल रही हैं उड़ानों में बम की धमकी
पिछले कुछ दिनों में भारतीय विमानन कंपनियों द्वारा संचालित लगभग 40 उड़ानों को बम की धमकियां मिली थीं, हालांकि बाद में ये सभी झूठी साबित हुईं. नागर विमानन मंत्रालय, विमानन कंपनियों को मिल रहीं बम की झूठी धमकियों की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त नियम लागू करने की योजना बना रहा है, जिसमें अपराधियों को ‘नो-फ्लाई’ सूची में डाला जा सकता है. इस सूची का मकसद उपद्रवी यात्रियों की पहचान करना और उन्हें विमान में चढ़ने से प्रतिबंधित करना है.