रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समयसीमा निर्धारित करना कठिन है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मुझे यकीन है कि इसमें उनका देश जीतेगा। उन्होंने यूक्रेन में युद्ध के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जताई गई चिंता को लेकर उनकी तारीफ की। यहां मीडिया से बातचीत में रूसी नेता ने कहा कि उनका देश वार्ता के पक्ष में है, लेकिन इस दिशा में की गयी कोशिश को यूक्रेन ने ही पलीता लगा दिया। पुतिन ने कहा कि इस युद्ध को यूक्रेन नहीं लड़ रहा, बल्कि अमेरिका और नाटो लड़ रहे हैं, लेकिन वह भी लड़ते-लड़ते थक जाएंगे।
रूस और यूक्रेन के बीच शांति संबंधी वार्ता में भारत की भूमिका को लेकर पूछे गए सवाल पर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा व्यक्त की गई चिंता का हवाला दिया और मोदी को ‘मित्र’ बताया। पुतिन ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा यूक्रेन युद्ध पर चिंता जाहिर करने के लिए रूस उनका ‘आभारी’ है। रूसी राष्ट्रपति ने आगे यह भी कहा कि युद्ध समाप्त करने के लिए कोई समयसीमा निर्धारित करना कठिन है। उन्होंने रूस को युद्ध में धकेलने के लिए अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को दोषी ठहराया तथा कहा कि उनका देश विजयी होगा।
नाटो और अमेरिका के दम पर लड़ रहा यूक्रेन
पुतिन ने कहा कि यूक्रेन की सेना अपने बलबूते इतनी सटीकता के साथ हथियारों को लक्ष्य तक नहीं पहुंचा सकती है। ‘‘यह सब नाटो पेशेवरों द्वारा किया जाता है। वह अमेरिका के दम पर लड़ रहा है, लेकिन आप जानते हैं कि फर्क क्या है। नाटो हमारे खिलाफ युद्ध लड़ रहा है।’’ उन्होंने कहा कि रूसी सेना दुनिया की सबसे अधिक प्रभावी और उच्च तकनीक वाली सेनाओं में से एक बन गई है और नाटो “हमारे खिलाफ यह युद्ध लड़ते-लड़ते थक जाएगा।’’ पुतिन ने एक दुभाषिया के माध्यम से विदेशी पत्रकारों के एक समूह से कहा, ‘‘हम बढ़त हासिल करेंगे। हम जीतेंगे।’’ रूसी नेता ने शांति वार्ता की इच्छा व्यक्त की और यूक्रेन पर पहले के प्रयासों से पीछे हटने का आरोप लगाया। कुछ सप्ताह पहले अपने वक्तव्य में पुतिन ने कहा था कि रूस इस मुद्दे पर भारत, चीन और ब्राजील के संपर्क में है।