इज़राइल ने सोमवार को दावा किया और कहा है कि बेरूत अस्पताल के नीचे उसे हिज़्बुल्लाह का गुप्त खजाना मिला है। इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) के अनुसार, बंकर में करोड़ों डॉलर की नकदी और सोना था, जिसका कथित तौर पर हिज्बुल्लाह उपयोग किया करता था। यह खुलासा रविवार की रात को इजरायली वायु सेना ने किया है और कहा है कि हिजबुल्लाह की वित्तीय संपत्तियों को निशाना बनाकर की गई कार्रवाई में ये गुप्त खजना मिला है, जिसमें काफी संख्या में डॉलर और सोना मिला है।
🚨Continuous 🇮🇱strikes on #Beirut’s Souther suburb,13 so far, targeting Alqard Alhassan Foundation buildings. This org represents the illegal banking and funding system for #Hezbollah together with other orgs that operate in the West as charities. Alqard Alhassan keeps gold… pic.twitter.com/cnPLUzRvY9
— Mal Kash (@Mal_Kash1) October 20, 2024
आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने एक टेलीविज़न ब्रीफिंग के दौरान विस्तृत जानकारी दी और कहा, “आज रात, मैं उस साइट पर खुफिया जानकारी को सार्वजनिक करने जा रहा हूं, जिस पर हमने हमला नहीं किया था – जहां हिजबुल्लाह के पास हसन नसरल्ला के बंकर में लाखों डॉलर का सोना और नकदी है। बंकर सीधे बेरूत के मध्य में अल-साहेल अस्पताल के नीचे स्थित है।”
Hezbollah’s finances are like a game of Monopoly. Watch until the end to see who their banker is: pic.twitter.com/ujvY15UvLI
— Israel Defense Forces (@IDF) October 21, 2024
हगारी ने कहा कि महत्वपूर्ण वित्तीय संसाधनों की कथित उपस्थिति के बावजूद हमने अस्पताल पर अभी तक हमला नहीं किया है। उन्होंने कहा, “अनुमान के मुताबिक, इस बंकर में कम से कम आधा अरब डॉलर और काफी मात्रा में सोना जमा हैं। इस पैसे का इस्तेमाल हेज्बुल्लाह लेबनान के पुनर्निर्माण के लिए किया जा रहा है।”
हिज्बुल्लाह और अमेरिका ने लगाया है आरोप
बता दें कि रविवार की रात इजरायल ने हवाई हमलों में हिजबुल्लाह से जुड़े लगभग 30 ठिकानों को निशाना बनाया था, जिसमें हिजबुल्लाह से जुड़ी वित्तीय कंपनी अल-क़र्द अल-हसन (एक्यूएएच) द्वारा संचालित साइटें भी शामिल थीं। अल-क़र्द अल-हसन, हालांकि एक चैरिटी के रूप में पंजीकृत है, इसपर इसराइल और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों द्वारा हिजबुल्लाह की एक महत्वपूर्ण वित्तीय शाखा के रूप में सेवा करने, सैन्य उद्देश्यों के लिए नकदी और सोने के भंडार तक पहुंच की सुविधा प्रदान करने का आरोप लगाया गया है।
“Tonight, I am going to declassify intelligence on a site that we did not strike—where Hezbollah has millions of dollars in gold and cash—in Hassan Nasrallah’s bunker. Where is the bunker located? Directly under Al-Sahel Hospital in the heart of Beirut.”
Listen to IDF Spox.… pic.twitter.com/SjMZQpKqoJ
— Israel Defense Forces (@IDF) October 21, 2024
हगारी ने दावा किया कि प्रमुख लक्ष्यों में से एक भूमिगत तिजोरी थी जिसमें करोड़ों डॉलर नकद और सोना था, ये संसाधन कथित तौर पर इज़राइल पर हमलों के वित्तपोषण के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे। हालांकि हगारी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या हमले में सारी धनराशि नष्ट हो गई, उन्होंने कहा कि आगे भी हवाई हमले की उम्मीद की जा सकती है, खासकर अतिरिक्त वित्तीय केंद्रों को निशाना बनाकर।
ये हमले हिज़्बुल्लाह के वित्त को बाधित करने के तीव्र इज़रायली प्रयास के बाद हुए। आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी के अनुसार, अभियान में 24 घंटे की अवधि में लेबनान में हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर 300 से अधिक हमले शामिल थे, जिनमें महत्वपूर्ण वित्तीय और लॉजिस्टिक केंद्र भी शामिल थे।
क्या है अल कर्द अल हसन
अल-क़र्द अल-हसन 1980 के दशक से लेबनान में काम कर रहा है, जो लेबनानी नागरिकों को सोने के भंडार के बदले ऋण प्रदान करता है। जबकि आधिकारिक तौर पर एक चैरिटी के रूप में वर्गीकृत किया गया है, इजरायली और अमेरिकी अधिकारियों का तर्क है कि यह फर्म हिजबुल्लाह के वित्तीय नेटवर्क में एक महत्वपूर्ण संपत्ति है, जो समूह को नागरिक बैंकिंग की आड़ में धन शोधन और अपनी गतिविधियों को वित्तपोषित करने में सक्षम बनाती है।
हगारी ने दावा किया कि लेबनानी लोग और ईरानी शासन हिज़्बुल्लाह की आय के दो मुख्य स्रोत हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि समूह द्वारा उपयोग किए जाने वाले वित्तीय तंत्र, जिसमें सीरिया के माध्यम से नकद हस्तांतरण और ईरान के माध्यम से लेबनान में तस्करी किया गया सोना शामिल है। आईडीएफ खुफिया के अनुसार, लेबनान, सीरिया, यमन और तुर्की में हिजबुल्लाह द्वारा संचालित फैक्टरियों का इस्तेमाल कथित तौर पर समूह की आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करने के लिए पर्याप्त आय उत्पन्न करने के लिए किया जाता है।