गुजरात के अहमदाबाद से क्राइम ब्रांच ने 50 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लोग बांग्लादेशी नागरिक हैं और गुजरात में अवैध तरीके से रह रहे थे। इस मामले में 200 से ज्यादा लोगों से पूछताछ जारी है। जालसाजी और जाली दस्तावेजों के कई मामलों से मिले इनपुट और जांच के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
अहमादाबाद क्राइम ब्रांच की तरफ से कहा गया है कि अवैध रूप से रह रहे 50 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है। इन लोगों के मामले में कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। लगभग 200 संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और उन पर नजर रखी जा रही है। इस मामले में जल्द ही पुलिस की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी और जानकारी दी जाएगी।
Gujarat | Crime Branch has detained 50 Bangladeshi nationals living illegally in Ahmedabad, more than 200 people are being questioned: Crime Branch Ahmedabad
— ANI (@ANI) October 25, 2024
गौरतलब है कि इससे पहले मुंबई के तलोटा इलाके में एक बड़े सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था, जिसमें दो महिलाओं की गिरफ्तारी की गई थी। इस दौरान जांच एजेंसी को पता चला था कि गिरफ्तार किए दो लोगों में से एक बांग्लादेशी नागरिक था। एएचटीसी के सीनियर पुलिस अधिकारी पृ्थ्वीराज घोरपड़े ने अभियान के विवरण की पुष्टि की करते हुए कहा था कि उक्त सेक्स रैकेट एक रिहायशी घर से संचालित हो रहा था।
जिन लोगों को पुलिस ने पकड़ा है, उनके नाम हैं- अजमुल शरत खान उर्फ हासिफ खान (50), मोहम्मद अकबर अजीज अकबर सरदार (32), शफीकुल अलीमिया शेख (20), हुसैन मुखिद शेख (30), तारिकुल अतियार शेख (38), मोहम्मद उमर फारूक बाबू उर्फ बाबू बुख्तियार शेख (32), शाहीन शहजान ( 44), मोहम्मद हुसैन शेख (32), रऊफ अकबर दफादार (35), इब्राहिम काजोल शेख (35)।
इनके अलावा फरीद अब्बास शेख (48), मोहम्मद सद्दाम अब्दुल सखावती (35), मोहम्मद अब्दुल हबीब रहमान सरदार (32), आलिमिया तोहकील शेख (60), मोहम्मद इसराइल फकीर (35), फ़िरोज़ा मुताक़ीन शेख़ (20), लिपिया हसमुख मुल्ला (32), सलमा मलिक रोशन मलिक (23), हिना मुल्ला जुल्फिकार मुल्ला (40), सोनदीप उर्फ काजोल बासुदीप विशेष (30) और येनूर शाहदता मुल्ला (25) भी पकड़ाए हैं।
एसपी पंकज देशमुख ने कहा था, “हम पता लगा रहे हैं कि वे कितने समय से भारत में हैं। प्रारंभिक जाँच से पता चलता है कि वे 6 महीने से लेकर 10 साल से ये देश में रहे हैं। हम पता लगा रहे हैं कि इस देश में रहने का उनका मकसद क्या है। उनमें से कई लोग श्रम गतिविधि में लिप्त हैं और उन्हें मजदूरी कर रहे हैं। इसलिए, उनकी वास्तविक स्थिति पर टिप्पणी करना अभी बहुत प्रारंभिक है।”
उन्होंने आगे कहा, “हमने उनके पास से मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके अलावा, कई लोगों के पास से अवैध रूप से रह रहे लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है। हम इस पहलू की भी जाँच कर रहे हैं कि क्या कोई संगठित रैकेट या एजेंट है, जो बांग्लादेशी नागरिकों को हमारे देश में लाकर स्थापित कर रहा है।”
इसी तरह, त्रिपुरा की राजधानी अगरतला रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा एजेंसियों ने 22 अक्टूबर 2024 की सुबह तीन रोहिंग्या मुस्लिम और दो बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। राजकीय रेलवे पुलिस (GRP) के प्रभारी अधिकारी तपस दास ने कहा कि उन्हें सूचना मिली कि कुछ रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिक त्रिपुरा से बाहर जाने के लिए अगरतला रेलवे स्टेशन पर आएँगे।
तपस दास ने आगे बताया कि पूछताछ में पता चला कि रोहिंग्या नागरिक हैदराबाद जाने वाले थे, जबकि बांग्लादेशी नागरिक मुंबई जाने की योजना बना रहे थे। उन्होंने कहा, “हमने उनके पास से बांग्लादेशी मुद्रा, दस्तावेज और कुछ मोबाइल फोन जब्त किए हैं। हम उन्हें अदालत में पेश करके आगे की पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड माँगेंगे।”
बता दें कि पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर मानव तस्करों का एक बड़ा गिरोह काम कर रहा है, जो सिर्फ चार हजार रुपए में बांग्लादेश की सीमा से ऐसे लोगों को भारत में घुसपैठ कराता है। घुसपैठ करने वालों में बांग्लादेशी के साथ-साथ रोहिंग्या मुस्लिम भी शामिल हैं। इसके बाद घुसपैठियों को फर्जी पहचान देकर जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली सहित देश के विभिन्न हिस्सों में बसाया जाता है।