नई दिल्ली में एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) द्वारा आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024 का आयोजन गुरुवार से किया जा रहा है। इस दो दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सहकारिता मंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है, जो आतंकवाद और हिंसा के खिलाफ सख्त और निर्णायक कार्रवाई की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह सम्मेलन आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए विभिन्न देशों के विशेषज्ञों और एजेंसियों को एक मंच पर लाने का अवसर है, ताकि आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी रणनीतियों पर चर्चा और सहयोग किया जा सके।
इस सम्मेलन का उद्देश्य आतंकवाद की जड़ें उखाड़ना, आतंकवाद के वैश्विक नेटवर्क से लड़ना, और आतंकवादी गतिविधियों को समाप्त करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना है। सरकार की यह प्रतिबद्धता है कि वह आतंकवाद को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी और इसे जड़ से उखाड़ फेंकेगी।
इस सम्मेलन में एनआईए के अधिकारियों, विशेषज्ञों, और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ आतंकवाद से निपटने के नए तरीकों पर विचार विमर्श होगा।
वार्षिक आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024 में राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करने वाले मुद्दों और आतंकवाद से उत्पन्न खतरों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। इस सम्मेलन में आतंकवाद-निरोधी जांच में अभियोजन और बदलते कानूनी ढांचे पर भी विस्तृत चर्चा होगी, ताकि आतंकवाद के खिलाफ कानूनी उपायों और न्यायिक प्रक्रिया में सुधार लाया जा सके।
सम्मेलन के दौरान अनुभवों और बैस्ट प्रैक्टिसेज (सर्वोत्तम अनुभवों) को साझा किया जाएगा, ताकि वैश्विक और राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद से निपटने के लिए बेहतर तरीके अपनाए जा सकें। विभिन्न देशों के सुरक्षा विशेषज्ञ, न्यायिक अधिकारी और आतंकवाद विरोधी एजेंसियां अपने-अपने अनुभव साझा करेंगी, जिससे आपसी सहयोग और समन्वय को बढ़ावा मिलेगा।
यह सम्मेलन आतंकवाद के वैश्विक नेटवर्क और उसकी विकसित रणनीतियों का मुकाबला करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें प्रवर्तन एजेंसियों, सुरक्षा बलों, और कानूनी निकायों के बीच संवाद और सहयोग को मजबूत करने का उद्देश्य है।
इसके साथ ही, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि आतंकवाद से जुड़े कानूनी ढांचे को समयानुसार अपडेट किया जाए और नए आतंकवादी खतरों से निपटने के लिए समय-सिद्ध रणनीतियों को अपनाया जाए।
मोदी सरकार आतंकवाद मुक्त भारत बनाने के लिए प्रतिबद्ध: शाह
अमित शाह ने खुद सोशल साइट एक्स पर ट्वीट कर इस सम्मेलन के बारे में बताया कि मोदी सरकार अपनी शून्य सहनशीलता की नीति के साथ आतंक मुक्त भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने लिखा कि कल से शुरू होने वाला दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी सम्मेलन भारत के सुरक्षा गढ़ को मजबूत करने के लिए एजेंसियों के बीच समन्वय को और बढ़ाएगा. कल सम्मेलन को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं.
The Modi govt is committed to building a terror-free India with its policy of zero tolerance. The two-day Anti-Terror Conference, beginning tomorrow, will further enhance coordination among agencies to strengthen Bharat's security bastion. Looking forward to addressing the…
— Amit Shah (@AmitShah) November 6, 2024
आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर होगी चर्चा
आतंकवाद विरोधी सम्मेलन-2024 के दौरान उभरती प्रौद्योगिकियों से जुड़े चुनौतियों और अवसरों पर भी गहन चर्चा की जाएगी। इन प्रौद्योगिकियों का आतंकवाद के खिलाफ सक्रिय कदमों और सुरक्षा रणनीतियों में कैसे उपयोग किया जा सकता है, इस पर विचार किया जाएगा। साथ ही, अंतर्राष्ट्रीय कानूनी सहयोग और देशभर में विभिन्न आतंकवाद-निरोधी गतिविधियों पर भी विस्तृत चर्चा होगी।
इस सम्मेलन में आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने की रणनीतियों पर भी विचार-विमर्श होगा। इसमें आतंकवादी समूहों के नेटवर्क, उनके वित्तीय स्रोतों, और ऑनलाइन भर्ती प्रक्रियाओं को समाप्त करने के लिए प्रभावी उपायों पर चर्चा की जाएगी। आतंकवादी प्रचार और संचार के नए रूपों पर भी चर्चा की जाएगी, ताकि इनका मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाई जा सकें।
सम्मेलन का मुख्य फोकस संपूर्ण सरकार दृष्टिकोण (Whole-of-Government Approach) पर रहेगा, जिसमें आतंकवाद के खतरे के खिलाफ समन्वित कार्रवाई करने की भावना होगी। इसके लिए विभिन्न हितधारकों के बीच तालमेल और चैनल स्थापित करने की जरूरत पर जोर दिया जाएगा, ताकि सरकार, सुरक्षा एजेंसियां, और अंतर्राष्ट्रीय भागीदार मिलकर एक समग्र रणनीति पर काम कर सकें।
यह सम्मेलन आतंकवाद को समाप्त करने के लिए आपसी सहयोग और सामूहिक जिम्मेदारी के महत्व को रेखांकित करेगा, जिससे आतंकी गतिविधियों को प्रभावी तरीके से समाप्त किया जा सके और वैश्विक सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।