दिल्ली-एनसीआर में ठंड के साथ प्रदूषण के स्तर में हर साल बढ़ोतरी देखने को मिलती है, और इस साल भी वही स्थिति है। ठंड बढ़ने और हवाओं की रफ्तार स्लो होने के कारण प्रदूषण और स्मॉग की समस्या और बढ़ गई है। इस सीजन में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के आसपास के राज्यों में पराली जलाने के मामले आम हो जाते हैं, जो वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण बनते हैं।
इस समस्या को लेकर केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जुर्माने की राशि को दोगुना कर दिया है। नए फैसले के मुताबिक, अगर कोई किसान पराली जलाता है तो उसे जुर्माना देना होगा, और जुर्माने की राशि भूमि के आकार के हिसाब से तय की गई है:
- यदि किसी किसान के पास 2 एकड़ से कम भूमि है, तो उस पर 5,000 रुपये जुर्माना लगेगा।
- 2-5 एकड़ भूमि वाले किसानों पर 10,000 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा।
- 5 एकड़ से अधिक भूमि वाले किसानों को 30,000 रुपये का जुर्माना भरना होगा।
यह कदम पराली जलाने के मुद्दे को गंभीरता से लेने और प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठाया गया है, ताकि दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता में सुधार हो सके और पर्यावरण पर इसका नकारात्मक प्रभाव कम हो।
प्रदूषण की बड़ी वजहों में से एक है पराली
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की एक बड़ी वजह पराली जलाना है, जो हर साल ठंड के मौसम में बढ़ जाती है। खासकर पंजाब, हरियाणा, और पूरे उत्तर भारत में धान की कटाई के बाद पराली जलाने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। इस समय जब धान की कटाई लगभग खत्म हो रही है, तो पराली जलाने की घटनाएं चरम पर हैं, जिससे दिल्ली की हवा बेहद खतरनाक हो चुकी है।
पराली के इस धुएं की वजह से दिल्ली गैस चैंबर में तब्दील हो गई है, और हवा में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन गया है। दिल्ली में इस समय आसमान में धुंध की चादर छाई हुई है, जो दृश्यता को भी प्रभावित कर रही है।
इस स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अब पराली जलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है, ताकि प्रदूषण के इस स्रोत को नियंत्रित किया जा सके। सरकार ने जुर्माने की राशि को बढ़ा दिया है, और किसानों पर कड़ी नजर रखने की व्यवस्था की है, ताकि प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके और हवा की गुणवत्ता में सुधार हो।
यह कदम प्रदूषण के खतरनाक स्तर को रोकने और पर्यावरण को बचाने के लिए जरूरी है, ताकि दिल्ली में रहने वाले लोगों को सांस लेने में कोई समस्या न हो।
दिल्ली में 400 के पार पहुंचा एक्यूआई
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इस समय बेहद खतरनाक है, और कई इलाकों में AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 400 के पार जा चुका है। यहाँ कुछ प्रमुख इलाकों में दर्ज AQI के आंकड़े दिए गए हैं:
- अलीपुर: 386
- आनंद विहार: 426
- आशोक विहार: 417
- आयानगर: 349
- बवाना: 411
- बुरारी: 377
- चांदनी चौक: 301
- सीआरआरआई मथुरा रोड: 340
- डॉ. करणी सिंह शूटिंग रेज: 370
- डीटीयू: 378
- द्वारका सेक्टर 8: 380
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि दिल्ली के अधिकांश इलाके प्रदूषण के गंभीर स्तर पर हैं, और इसकी वजह से लोगों को सांस संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में प्रदूषण के स्तर के और भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है, खासकर पराली जलाने और ठंडी हवाओं के चलते प्रदूषण फैलने के कारण।
यह स्थिति स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक हो सकती है, और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है, जैसे कि बाहर न निकलना, मास्क पहनना, और घर के अंदर वायु शुद्धिकरण उपायों का इस्तेमाल करना।