प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली में हुए शराब घोटाले के मामले में जो चार्जशीट दायर की है, उससे कई बड़े खुलासे हुए हैं। ED ने बताया है कि शराब घोटाले में दिल्ली के तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने करीबी सहयोगी दिनेश अरोड़ा के माध्यम से कारोबारी अमित अरोड़ा से घूस के रूप में 2.2 करोड़ रुपए लिए। AAP सरकार का ये घोटाला 2011-22 का है। इस मामले की जाँच CBI भी अलग से कर रही है।
ये पहली बार है जब किसी जाँच एजेंसी ने मनीष सिसोदिया को लेकर सीधे ये खुलासा किया है कि उन्होंने घूस लिया। इस चार्जशीट को 4 मई, 2023 को दायर किया गया था, जिसका अदालत ने संज्ञान लेते हुए गुरुवार (1 जून, 2022) को समन किया गया है। AAP नेता मनीष सिसोदिया स मामले में पहले से ही जेल में बंद हैं। अमित अरोड़ा ‘Buddy Retail Pvt Ltd’ नामक कंपनी चलाता है और उसे 30 नवंबर, 2022 को गिरफ्तार किया गया था।
इस घोटाले को लेकर ये लोग कई तरह के गड़बड़झालों में शामिल थे और इसे लागू करने के लिए भी वैध तरीकों का इस्तेमाल नहीं किया गया। मनीष सिसोदिया को ये घूस की रकम इसीलिए मिली थी, क्योंकि उन्होंने अमित अरोड़ा को फायदा पहुँचाया था। ‘आम आदमी पार्टी’ ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा है कि ED की चार्जशीट पूरी तरह काल्पनिक है। पार्टी ने दावा किया कि ऐसी ही एक चार्जशीट में राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी फँसाया गया था और फिर अदालत में इसे वापस लेना पड़ा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने दावा किया कि मनीष सिसोदिया पर 14 मोबाइल फोन बर्बाद करने का आरोप लगाया गया लेकिन फिर पता चला कि ये फोन ED की कस्टडी में ही हैं। ED ने बताया है कि अमित औराद को अपनी कंपनियों से जो रोजाना कमाई हो रही थी, उसी में से मनीष सिसोदिया को घूस दिया गया। अप्रैल 2021 के दूसरे हफ्ते में 1 करोड़ रुपए दिए गए थे। बाकि पैसे अगले 2-3 महीनों में दिए गए।
अमित अरोड़ा ने मनीष सिसोदिया से मार्च 2021 में मुलाकात की थी, जब उन्हें पता चला था कि ‘साउथ ग्रुप’ (एक फार्मा कंपनी और तेलंगाना के नेताओं के गठबंधन को ये नाम दिया गया है) शराब कारोबार में घुसना चाहती है और अरोड़ा द्वारा चलाए जा रहे एयरपोर्ट बिजनेस में भी एंट्री लेना चाहती है। उन्होंने एयरपोर्ट बिजनेस में किसी अन्य को NOC न मिलने वाला नियम जोड़ने की डील सिसोदिया से की थी। इस पर दिनेश ने उनसे कहा कि इसके लिए 2.5 करोड़ रुपए लगेंगे।