इस घटना में मोख्तार अंसारी ने अपने भाई आरिफ के साथ पारिवारिक और आर्थिक तनाव के चलते मुस्कान, कौशल्या (मुस्कान की माँ) और मिंटू (मुस्कान का भाई) की हत्या कर दी। पुलिस की जांच से यह पता चला कि मुस्कान का अफेयर झारखंड के बरगढ़ निवासी आरिफ से था, जो कुसमी इलाके में ठेकेदारी करता था। आरिफ, कौशल्या के घर आता-जाता था, और पुलिस को मृतका और आरिफ के बीच लंबी चैट्स और कॉल डिटेल्स भी मिली, जो मामले की जांच में अहम साबित हुई।
आखिरकार, पुलिस ने मोख्तार अंसारी को गिरफ्तार किया, और उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। मोख्तार ने बताया कि उसके पिता को साँप ने काट लिया था और उनकी तबियत खराब रहने लगी थी। लेकिन आरिफ, जो पैसे नहीं भेज रहा था, को मोख्तार ने मुस्कान और उसके परिवार की हत्या का जिम्मेदार ठहराया। इस गुस्से में आकर उसने पूरे परिवार को मारने का फैसला किया और 80 किलोमीटर दूर एक सुनसान इलाके में ले जाकर हत्या को अंजाम दिया।
घटना के मुख्य बिंदु:
- प्रेम प्रसंग और पारिवारिक तनाव: मुस्कान और आरिफ के रिश्ते ने घर में असंतोष और आर्थिक समस्याओं को जन्म दिया।
- हत्या का कारण: मोख्तार का मानना था कि आरिफ की लापरवाही और आर्थिक मदद न भेजने के कारण ही उसके पिता की तबियत बिगड़ी थी, और यह उसकी हत्या की प्रेरणा बनी।
- पूरी योजना: मोख्तार ने अपने भाई के रिश्ते के कारण गुस्से में आकर मुस्कान और उसके परिवार की हत्या करने की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर यह साबित किया कि पारिवारिक तनाव और आर्थिक असमर्थता कैसे अपराधों को जन्म देती है, खासकर जब लोग गुस्से और द्वारिका का सामना करते हैं।