असम में बैठकर सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के सीमावर्ती चंपावत की रहने वाली हिंदू लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर उसे भगा ले जाने की नियत के साथ यहां सैकड़ों किमी दूरपहुंच गया। इस आशिक का नाम सोशल मीडिया यानि फेसबुक पर नाम रोहन बिष्ट है। किंतु जब चंपावत में इस आशिक की हरकतों पर शक हुआ तो उसके आधार कार्ड पर नाम निकला रेहान अली पुत्र इब्राहिम।
यह घटना एक गंभीर समस्या की ओर संकेत करती है, जिसमें फर्जी पहचान के माध्यम से युवतियों को धोखे में डालने और उन्हें अपने जाल में फंसाने की कोशिश की जाती है।
मामले का विवरण:
- फेसबुक के जरिए संपर्क:
- आरोपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर खुद को रोहन बिष्ट नाम का हिंदू युवक बताया।
- इस पहचान के जरिए उसने चंपावत की एक हिंदू लड़की से संपर्क किया और उसे अपने प्रेम जाल में फंसा लिया।
- आधार कार्ड से असली पहचान उजागर:
- लड़की के परिजनों और स्थानीय लोगों को जब आरोपी पर शक हुआ, तो उसका आधार कार्ड देखा गया।
- कार्ड में उसका असली नाम रेहान अली पुत्र इब्राहिम दर्ज था।
- सैकड़ों किमी दूर से आया:
- रेहान असम से उत्तराखंड के सीमावर्ती चंपावत जिले तक पहुंचा, जिससे उसकी नीयत पर सवाल खड़े होते हैं।
- यह मामला केवल व्यक्तिगत धोखे तक सीमित नहीं लगता, बल्कि इसमें किसी संगठित उद्देश्य की आशंका जताई जा सकती है।
इस पर लड़की के परिजनों ने हिंदुत्व वादी नेताओ से संपर्क किया और इस बात के लिए शक जाहिर किया गया कि कोई युवक बाहर से आया है और उनकी लड़की को बहला फुसला रहा है। लड़की के फोन पर भेजे गए संदेशों को पढ़ने के बाद उसके परिवार को इस पर संदेह हुआ।
स्थानीय हिंदू लोगों ने जब इसकी जांच की तो शक और बढ़ने लगा। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद के नेता मोहित पांडे और उनकें साथियों ने जब इस लव जिहाद की पोल- पट्टी खोल कर उसे पुलिस के हवाले किया तो पुलिस ने उसे हल्की धाराओं में बंद कर दिया और मजेदार बात ये है कि उसकी जमानत के लिए लोग भी चंपावत थाने के बाहर मंडराने लगे। मामला तत्काल सीएम हाउस तक पहुंचा जहां से एसपी चंपावत को फटकार लगी और फिर गंभीर धाराओं में रेहान अली को जेल भेज दिया गया।