व्यापार, प्रौद्योगिकी और पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर जोर देते हुए कैरेबियाई देशों के साथ बातचीत के दौरान बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और कैरिकॉम के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए सात मुख्य बातों का प्रस्ताव रखा। बुधवार को गुयाना पहुंचे मोदी ने यह टिप्पणी उस समय की, जब वह यहां दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में कैरेबियाई साझेदार देशों के नेताओं के साथ शामिल हुए। मोदी बुधवार को गुयाना पहुंचे। यह 50 साल से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा है।
सहयोग को बढ़ावा देने के लिए क्या बोले पीएम मोदी?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ने आर्थिक सहयोग, कृषि और खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स तथा विज्ञान और नवाचार जैसे क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक तस्वीर साझा करते हुए ये लिखा कि ‘गुयाना में दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन (India-CARICOM Summit) में कैरिकॉम नेताओं के साथ।
https://twitter.com/narendramodi/status/1859369650733113815
यह शिखर सम्मेलन कैरेबियाई देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने, विविध क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हम सब मिलकर आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य बनाने के लिए काम कर रहे हैं!’
संबंधों को मजबूत करने के लिए सात प्रमुख बातों का प्रस्ताव
शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत और ‘कैरिकॉम’ के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए सात प्रमुख बातों का प्रस्ताव रखा। मोदी ने यह भी कहा कि, ‘पांच ‘टी’- व्यापार, प्रौद्योगिकी, पर्यटन, प्रतिभा और परंपरा को बढ़ावा देने के लिए, सभी देशों के निजी क्षेत्र और हितधारकों को जोड़ने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल बनाया जा सकता है।’ मोदी ने कहा, ‘भारत एसएमई (लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। पिछले साल भारत-कैरिकॉम बैठक के दौरान, हमने एसएमई क्षेत्रों के लिए 10 लाख अमेरिकी डॉलर के अनुदान की घोषणा की थी। हमें अब इसके कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
https://twitter.com/narendramodi/status/1859282945410019535
क्या है CARICOM, जानें इससे जुड़ी खास बातें
कैरिकॉम (कैरेबियाई समुदाय और साझा बाजार) एक क्षेत्रीय समूह है। कैरिकॉम के शासनाध्यक्षों और प्रधानमंत्री मोदी की पिछली मुलाकात 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 74वें सत्र से इतर हुई थी, जहां उन्होंने भारत से 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर की ऋण सुविधा के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन में सहयोग के तौर-तरीकों पर चर्चा की थी। मोदी का हवाई अड्डे पर गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली, उनके समकक्ष मार्क एंथनी फिलिप्स और 12 से अधिक कैबिनेट मंत्रियों ने स्वागत किया जबकि होटल में ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल और बारबाडोस की एम ए मोटली से उनकी मुलाकात हुई।
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां पहुंचने पर ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘गुयाना में मेरा स्वागत हमेशा मेरी यादों में रहेगा। मुझे आपसे, ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल और बारबाडोस की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली और गुयाना के कैबिनेट मंत्रियों से मिलकर बहुत खुशी हुई।’