प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 3 देशों की 5 दिवसीय यात्रा को उनकी सबसे महत्वपूर्ण, व्यस्त, और सफल विदेश यात्राओं में से एक माना जा रहा है। नाइजीरिया, ब्राजील, और गयाना के दौरे के दौरान पीएम मोदी ने न केवल द्विपक्षीय और बहुपक्षीय चर्चाओं में भाग लिया, बल्कि उन्हें नाइजीरिया, गयाना, और डोमिनिका के सर्वोच्च सम्मान भी दिए गए, जिससे उनके अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों की संख्या 20 हो गई।
यात्रा का मुख्य सार:
1. नाइजीरिया यात्रा:
- नाइजीरिया ने पीएम मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर” से सम्मानित किया।
- पीएम मोदी ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति और अन्य शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें ऊर्जा, व्यापार, और सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
- भारत और नाइजीरिया के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए गए।
2. ब्राजील:
- पीएम मोदी ने रियो डी जेनेरियो में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
- जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सुधार, और डिजिटल समावेश पर विचार-विमर्श किया।
- दुनिया के 31 नेताओं और संगठनों के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं।
- ब्राजील के साथ कृषि, ऊर्जा, और व्यापार को बढ़ावा देने के लिए समझौतों पर चर्चा की।
3. गयाना यात्रा:
- गयाना में पीएम मोदी ने दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
- पीएम मोदी को गयाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस” से सम्मानित किया गया।
- कैरिकॉम देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के लिए रणनीतिक कदम उठाए गए, विशेष रूप से भारतीय मूल के लोगों के साथ सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को प्रोत्साहित किया गया।
यात्रा की उपलब्धियां:
- अंतरराष्ट्रीय सम्मान:
नाइजीरिया, गयाना, और डोमिनिका के सर्वोच्च पुरस्कारों से सम्मानित। - द्विपक्षीय बैठकें:
31 वैश्विक नेताओं और संगठनों के प्रमुखों से मुलाकात। - वैश्विक नेतृत्व:
जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सुधार, और वैश्विक शांति पर भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया। - कैरिकॉम शिखर सम्मेलन:
कैरिबियन देशों के साथ भारत के संबंधों को और गहरा किया। - भारत की छवि:
मोदी की प्रबल कूटनीति ने भारत की वैश्विक स्थिति को और मजबूत किया।
सबसे पहले नाइजीरिया में द्विपक्षीय बैठक
पीएम मोदी के दौरे के शुरुआत नाइजीरिया से हुई थी। लिहाजा उन्होंने अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक नाइजीरिया में की। इसके बाद ब्राजील में जी20 शिखर सम्मेलन के इतर 10 देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। यहीं से वह गयाना यात्रा पर निकल गए, जहां भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के अलावा पीएम मोदी ने 9 देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं।
इन देशों के नेताओं के साथ भारत के संबंधों को किया मजबूत
पीएम मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर रियो डी जेनेरियो में ब्राजील, इंडोनेशिया, पुर्तगाल, इटली, नॉर्वे, फ्रांस, यूके, चिली, अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया के नेताओं के साथ कुल 10 द्विपक्षीय बैठकें कीं। ब्राजील में 10 द्विपक्षीय बैठकों में से, 5 नेताओं के साथ पीएम मोदी ने पहली बार द्विपक्षीय वार्ता की है। इनमें इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो; पुर्तगाल के प्रधानमंत्री लुइस मोंटेनेग्रो, यू.के के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर, चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली शामिल रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह 3 देशों का दौरा न केवल भारत की वैश्विक कूटनीति को मजबूत करने में अहम साबित हुआ, बल्कि यह उनकी सबसे व्यस्त और रणनीतिक विदेश यात्राओं में से एक रही। इस दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए प्रभावशाली वार्ताएं कीं।
ब्राजील में वार्ताएं:
ब्राजील में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल सदस्य देशों के नेताओं से मुलाकात की, बल्कि कई महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों से भी चर्चा की।
मुख्य बैठकें और अनौपचारिक वार्ताएं:
- सिंगापुर और दक्षिण कोरिया के नेताओं से प्रौद्योगिकी, व्यापार, और निवेश में सहयोग पर चर्चा।
- अमेरिका और स्पेन के प्रतिनिधियों के साथ आर्थिक और रक्षा साझेदारी पर विचार-विमर्श।
- अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों से वार्ता:
- एंटोनियो गुटेरेस (संयुक्त राष्ट्र): जलवायु परिवर्तन, शांति और सतत विकास।
- न्गोज़ी ओकोन्जो-इवेला (डब्ल्यूटीओ): वैश्विक व्यापार सुधार और डिजिटल अर्थव्यवस्था।
- टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस (डब्ल्यूएचओ): स्वास्थ्य संबंधी वैश्विक चुनौतियों और वैक्सीन निर्माण में सहयोग।
- क्रिस्टालिना जॉर्जीवा और गीता गोपीनाथ (आईएमएफ): वैश्विक आर्थिक स्थिरता और भारत की विकास रणनीतियां।
गयाना में द्विपक्षीय बैठकें:
गयाना में प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल गयाना के साथ, बल्कि कैरिबियन देशों के कई अन्य नेताओं से भी बातचीत की।
बैठक में शामिल देश:
- डोमिनिका, बहामास, त्रिनिदाद और टोबैगो, सूरीनाम, बारबाडोस, एंटीगुआ और बारबुडा, ग्रेनेडा, सेंट लूसिया।
- इन वार्ताओं में मुख्य रूप से व्यापार, कृषि, बुनियादी ढांचे, और जलवायु परिवर्तन पर सहयोग के मुद्दे शामिल रहे।
यात्रा की उपलब्धियां:
- व्यापारिक और कूटनीतिक संबंध मजबूत हुए।
- कैरिबियन देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ साझेदारी को नई दिशा मिली।
- स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी, और व्यापार पर सहयोग बढ़ाने के ठोस प्रस्ताव।
- पीएम मोदी ने भारत को वैश्विक नेतृत्व के एक मजबूत दावेदार के रूप में प्रस्तुत किया।
इस दौरे की रणनीतिक महत्ता:
प्रधानमंत्री मोदी ने इस यात्रा को भारत के दीर्घकालिक कूटनीतिक और आर्थिक लक्ष्यों के लिए उपयोग किया। 31 देशों और संगठनों के साथ संवाद ने भारत की वैश्विक स्थिति को और मजबूत किया और यह दौरा भारत की वैश्विक शक्ति के बढ़ते कद का प्रमाण है।