संभल में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन की सतर्कता से यह स्पष्ट है कि राज्य में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:
एहतियाती कदम:
- ड्रोन से निगरानी:
मुजफ्फरनगर और अमेठी जैसे संवेदनशील जिलों में मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में छतों की ड्रोन से निगरानी की गई।- मुजफ्फरनगर में सात छतों पर ईंट-पत्थर मिलने के बाद इन्हें तुरंत हटवा दिया गया।
- यह कदम संभावित हिंसा को रोकने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए उठाया गया है।
- खुफिया विभाग की सक्रियता:
- खुफिया विभाग ने विशेष रूप से मिश्रित इलाकों में निगरानी तेज कर दी है।
- संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष दल तैनात किए गए हैं।
- फ्लैग मार्च और सार्वजनिक अपील:
- मिश्रित इलाकों में फ्लैग मार्च के माध्यम से पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
- भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
- कड़ी कार्रवाई की चेतावनी:
अमेठी में प्रशासन ने छतों पर अनावश्यक सामग्री पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। यह चेतावनी हिंसा की संभावना को समाप्त करने के लिए दी गई है।
स्थिति का विश्लेषण:
- ईंट-पत्थरों का मिलना:
संवेदनशील इलाकों में छतों पर ईंट-पत्थर मिलने की घटनाएं चिंताजनक हैं। यह किसी सुनियोजित हिंसा की तैयारी का संकेत हो सकता है। - प्रशासन का सक्रिय रुख:
प्रशासन का तत्परता से कार्रवाई करना यह दर्शाता है कि राज्य सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
#मुजफ्फरनगर यूपी के संभल में बवाल के बाद मुजफ्फरनगर पुलिस प्रशासन अलर्ट
संवेदनशील इलाकों में ड्रोन सर्च अभियान और फ्लेग मार्च
संवेदनशील और अति संवेदनशील इलाकों में ड्रोन की मदद से निगरानी
मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भारी पुलिस फोर्स की मौजदूगी @muzafarnagarpol #Muslim #Sambhal pic.twitter.com/0vHbr3y9kW— Punjab Kesari-UP/UK (@UPkesari) November 25, 2024
पुलिस बल खालापार और न्याजपुरा जैसे मुस्लिम बहुल इलाके पर भी नजर बनाए हुए है। पुलिस ने मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की है। इस दौरान जिले में अमन चैन बनाए रखने पर जोर दिया गया।
वहीं अमेठी जिले में भी पुलिस बल ने संवेदनशील इलाकों में गश्त की है। इन्हौना और जायस जैसे मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में गश्त कर के पुलिस ने मकान मालिकों से छतों पर कोई भी ईंट-पत्थर न रखने की सख्त हिदायत दी है। अमेठी में भी ड्रोन से छतों की निगरानी करवाई जा रही है। प्रशासन की तरफ से यह भी साफ किया गया है कि चेतावनी के बावजूद जो निर्देशों को नहीं मानेगा उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसी के साथ सोशल मीडिया पर भी पुलिस की पैनी नजर है।
बताते चलें कि 24 नवंबर को संभल जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए टीम पहुँची तो मुस्लिम भीड़ ने ईंट-पत्थरों से पुलिस पर हमले किए। इस दौरान हिंसा प्रभावित इलाके की सड़के पत्थर से पट गई थी। करीब 4 ट्रॉली पत्थर प्रशासन ने उठवाए थे। पत्थरबाजी की चपेट में आ कर कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिसमें से एक कांस्टबेल की हालत गंभीर है।