विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने G7 समिट आउटरीच में भारत का प्रतिनिधित्व करने के बाद स्वदेश लौटकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस बैठक में विदेश मंत्री ने समिट से जुड़े प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की।
बैठक के संभावित एजेंडे:
- G7 समिट आउटरीच:
- जयशंकर ने प्रधानमंत्री को भारत के हितों को लेकर समिट में हुई चर्चाओं और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ हुई बैठकों की जानकारी दी।
- G7 समिट में भारत की भूमिका और वैश्विक आर्थिक, पर्यावरणीय, और भू-राजनीतिक मुद्दों पर भारत के दृष्टिकोण पर चर्चा की संभावना है।
- बांग्लादेश के हालात:
- सूत्रों के अनुसार, बैठक में बांग्लादेश की मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर भी चर्चा होने की संभावना है।
- भारत अपने पड़ोसी देशों के स्थायित्व और समृद्धि में रुचि रखता है, विशेष रूप से बांग्लादेश जैसे करीबी सहयोगी के साथ।
- ISCKON गतिविधियों पर बांग्लादेश में विवाद:
- बांग्लादेश के अधिकारियों द्वारा इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) की गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने के प्रयासों पर चर्चा हुई।
- बांग्लादेश हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने से इंकार कर दिया है।
- यह मामला भारत के लिए संवेदनशील है, क्योंकि इस्कॉन हिंदू धर्म का वैश्विक संगठन है और बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की सुरक्षा भारत के लिए प्राथमिकता है।
बांग्लादेश में इस्कॉन यूनिट का यू-टर्न
बांग्लादेश इस्कॉन यूनिट ने चिन्मय प्रभु के बयान से यू-टर्न ले लिया है. उनके बयान का उनका निजी विचार करार दिया है. बांग्लादेश इस्कॉन के महासचिव चारु चंद्र दास ने संगठन को चिन्मय प्रभु दास से अलग कर लिया है. उन्होंने कहा कि इस्कॉन बांग्लादेश उनके शब्दों या कार्यों की जिम्मेदारी नहीं लेगा. चिन्मय कृष्ण दास इस्कॉन बांग्लादेश के प्रवक्ता नहीं हैं और इसलिए उनकी टिप्पणी पूरी तरह से उनकी निजी है. चारु चंद्र दास ने आज सुबह ढाका में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही हैं.
इस्कॉन को बैन करने की हो रही है साजिश
बीते दिनों हिंदू धर्मगुरु और इस्कॉन के महंत चिन्मय कृष्ण दास को ढाका से गिरफ्तार कर लिया गया और फिर मंगलवार को चटगांव की अदालत ने उनकी जमानत अर्जी को खारिज कर जेल भेज दिया. इसके बाद से ही बांग्लादेश में हालात और बिगड़ गए हैं. बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड एलांयस के महासचिव मृत्युंजय कुमार रॉय ने कहा कि बांग्लादेश में इस्कॉन को बैन करने की साजिश रची जा रही है. अदालत द्वारा उन्हें जमानत देने से इनकार करने और मंगलवार को कारावास का आदेश देने के बाद दास के अनुयायियों ने विरोध करना शुरू कर दिया, जिससे उन्हें जेल ले जाने वाली वैन की आवाजाही बाधित हो गई. पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प करने वाले प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस और बीजीबी सैनिकों ने लाठीचार्ज किया, जिसके बाद 10 पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 37 लोग घायल हो गए. अंतरिम सरकार ने पिछले महीने आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत हसीना की अवामी लीग पार्टी की छात्र विंग बांग्लादेश छात्र लीग पर प्रतिबंध लगा दिया था.
निशाने पर हैं अल्पसंख्यक
आपको बता दें कि बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू जो कि 170 मिलियन आबादी का महज 8 प्रतिशत हैं. 5 अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से हिंदुओं को 50 जिलों में 200 से ज्यादा हमलों का सामना करना पड़ा है.