उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने शुक्रवार (29 नवंबर 2024) को वाराणसी से म्यांमार के रोहिंग्या घुसपैठिए मोहम्मद अब्दुल्ला को गिरफ्तार किया। यह व्यक्ति न केवल भारत में घुसपैठ करवाने में शामिल था, बल्कि वाराणसी में ज्ञानवापी सहित चार मस्जिदों की रेकी कर चुका था। अब्दुल्ला ने भारतीय पहचान के लिए फर्जी दस्तावेज बनवा रखे थे, जिनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर कार्ड शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अब्दुल्ला पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर जिले के दुर्गबनकटी इलाके में रह रहा था। गुरुवार (28 नवंबर 2024) को वह ट्रेन से वाराणसी पहुँचा और शहर में विभिन्न स्थानों पर घूमता रहा। उसने वक्फ बोर्ड के मामलों पर जानकारी जुटाने के लिए यूपी कॉलेज का दौरा किया और दालमंडी समेत तीन मस्जिदों का निरीक्षण किया। शुक्रवार को वह ज्ञानवापी पहुँचा और वहाँ के लोगों से संपर्क साधने की कोशिश करने लगा।
ATS को उसके संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने पर अलर्ट किया गया। टीम ने उसे वाराणसी कैंट स्टेशन से गिरफ्तार किया, जब वह पश्चिम बंगाल लौटने के लिए ट्रेन पकड़ने वाला था। म्यांमार निवासी इस रोहिंग्या का नाम मोहम्मद अब्दुल्ला अपनी कौम और म्यांमार के अन्य घुसपैठियों को बांग्लादेश के भारत सीमा पार करवाने में मदद भी करता था। मोहम्मद अब्दुल्ला ने अब्दुल सलाम मंडल नाम से भारतीय पहचान पत्र भी बनवा रखे थे। इन पहचान पत्रों में आधार, पैन और वोटर कार्ड भी शामिल हैं।
पूछताछ में अब्दुल्ला ने कबूला कि वह बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसपैठ करवाने में मदद करता है। उसने बताया कि वह म्यांमार के अकयाब जिले के मांगडू का निवासी है। फिलहाल के तौर पर उसने अपना घर पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर जनपद स्थित दुर्गबनकटी में बनवा लिया है। अब्दुल्ला तमाम फर्जी कागजातों के सहारे साल 2018 से मेदनीपुर में रह रहा था। यहाँ उसे असद भी कहा जाने लगा। इसी दौरान उसने निकाह भी किया था। अब ATS मोहम्मद अब्दुल्ला की बीवी की भी जानकारी खंगाल रही है।
ATS ने उसके पास से मोबाइल फोन, तीन मेमोरी कार्ड, अब्दुस सलाम मंडल के नाम का आधार, वोटर और पैन कार् के साथ यूएनएचसीआर (संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी) का कार्ड और 1070 रुपए कैश बरामद किए हैं। मोहम्मद अब्दुल्ला के ऊपर ATS के थाना लखनऊ में पहले भी केस दर्ज है। यह केस सहारनपुर के देवबंद से गिरफ्तार घुसपैठियों के नेटवर्क से जुड़े होने के आरोप में दर्ज हुआ था। इस केस के अन्य आरोपित अबू सलेह मंडल, अब्दुल्ला गाजी और शेख नजीबुल हक हैं।